प्रशासन ने नदी की सफाई तेज कर दी है। वन क्षेत्र में जेसीबी मशीनों और मजदूरों की मदद से झाड़-झंखाड़ हटाए जा रहे हैं ताकि पानी का बहाव सुचारु रहे। प्रशासन ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि शहर के भीतर फिलहाल कोई बड़ा खतरा नहीं है।
स्थानीय निवासी शमी शर्मा ने चिंता जताते हुए कहा, “2003 में पटियाला के राजा माजरा, गोपाल कॉलोनी, कबाड़ी मार्केट और ट्रैक्टर मार्केट में बाढ़ से लाखों-करोड़ों का नुकसान हुआ था। पूरे पंजाब से लोग यहां खरीदारी के लिए आते हैं। इस बार भी खतरा मंडरा रहा है। सरकार को पहले से सफाई कर लेनी चाहिए थी।”
2023 की बाढ़ ने भी गोपाल कॉलोनी, ऋषि कॉलोनी, आरे समाज और अरब स्टेट जैसे इलाकों में भारी तबाही मचाई थी। गाड़ियां, मकान और दुकानें तबाह हुईं। कई परिवार, जिन्होंने लोन लेकर घर बनाए थे, उस नुकसान से अब तक नहीं उबर पाए।
एक निवासी ने कहा, “अगर यह काम दो-तीन महीने पहले हो जाता, तो बाढ़ का खतरा कम होता। सरकार को इस बार की लापरवाही से सबक लेना चाहिए।”
प्रशासन की राहत टीमें अलर्ट पर हैं और हालात पर नजर रख रही हैं। नदी के जलस्तर की निरंतर निगरानी की जा रही है। लोगों से सतर्क रहने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।
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