आजादी के 75 साल बाद भी​ ​’दलित छात्र की हत्या​’ पर मीरा कुमार का ​फुटा ​गुस्सा

मीरा कुमार ने ट्वीट कर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। 100 साल पहले, मेरे पिता बाबू जगजीवन राम को स्कूल में उच्च जाति के हिंदुओं के लिए आरक्षित बर्तन से पानी पीने से रोका गया था। यह एक चमत्कार था कि उनकी जान बच गई।

आजादी के 75 साल बाद भी​ ​’दलित छात्र की हत्या​’ पर मीरा कुमार का ​फुटा ​गुस्सा
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने राजस्थान में तीसरी कक्षा के दलित छात्र की पानी के घड़े को छूने पर हत्या के बाद शोक व्यक्त किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि स्कूल के शिक्षक ने ही छात्र की हत्या की थी| मीरा कुमार ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि 100 साल पहले उनके पिता को भी स्कूल में पानी नहीं दिया गया था और अब फिर से ऐसी ही घटना हुई है|
मीरा कुमार ने ट्वीट कर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। 100 साल पहले, मेरे पिता बाबू जगजीवन राम को स्कूल में उच्च जाति के हिंदुओं के लिए आरक्षित बर्तन से पानी पीने से रोका गया था। यह एक चमत्कार था कि उनकी जान बच गई। पूर्व लोकसभा सांसद और पूर्व विदेश सेवा अधिकारी मीरा कुमार ने भी कहा है कि आजादी के 75 साल बाद भी जाति व्यवस्था हमारी सबसे बड़ी दुश्मन है।

आज नौ साल के एक छात्र की इसी वजह से हत्या कर दी गई। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘आजादी के 75 साल बाद भी जाति व्यवस्था हमारी सबसे बड़ी दुश्मन है। स्कूल में पानी के कंटेनर को छूने पर नौ वर्षीय कक्षा III के छात्र को एक शिक्षक ने बेरहमी से पीटा। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका अहमदाबाद में उपचार​ के दौरान उसकी मौत हो गयी

लड़के के पिता के अनुसार पानी के घड़े को छूने पर शिक्षक ने उसे बुरी तरह पीटा। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। शिक्षक की पिटाई के दौरान छात्र का कान का परदा भी फट गया।​ ​मेरे बेटे को जाति व्यवस्था के नाम पर पीटा गया। पिटाई के बाद उसकी हालत बिगड़ने पर हमने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से उन्हें उदयपुर ले जाया गया। लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ, इसलिए उन्हें अहमदाबाद ले जाया गया। इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई।

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