गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन (GCTM) का उद्घाटन किया है। इस दौरान डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डाक्टर टेड्रोस एडनाम घेब्रेयसस और मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ उपस्थित रहे।
आज के इस कार्यक्रम में नेपाल, बांग्लादेश, भूटान प्रधानमंत्रियाें ने वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया है। आज के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं रही है, बल्कि ये जीवन के एक समग्र विज्ञान की तरह है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम भारतीय वसुधैव कुटुम्बकम और सर्वे संतु निरामय: की भावना से जीने वाले लोग हैं। पूरी दुनिया एक ही परिवार है और ये पूरा परिवार हमेशा निरोग रहे, ये हमारा दर्शन रहा है।
गौरतलब है कि ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट 20 अप्रैल से 22 अप्रैल तक गांधीनगर में होगा। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में निवेश बढ़ाना और नवाचारों को प्रदर्शित करना है।
यह दीर्घकालिक साझेदारी को बढ़ावा देने, निर्यात को बढ़ावा देने और एक स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र का पोषण करने का एक अनूठा प्रयास है। ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन डब्ल्यूएचओ और भारत की वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति उत्कृष्ट प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है।
जीसीटीएम पारंपरिक चिकित्सा उत्पादों पर नीतियां और मानक निर्धारित करना चाहता है और देशों को एक व्यापक, सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य प्रणाली बनाने में मदद करता है।ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट पारंपरिक उत्पादों, प्रथाओं और संबंधित सेवाओं का वैश्विक केंद्र बनने के भारत के प्रयासों को रणनीतिक बनाने की एक पहल है।
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