इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर शुक्रवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां एक अफगान नागरिक को नकली भारतीय पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया। आरोपी ने खुद को मुहम्मद रसूल नजीब खान बताते हुए पासपोर्ट में मुंबई को अपना जन्मस्थान और नवी मुंबई का पता दर्ज कराया था। लेकिन पूछताछ में वह महाराष्ट्र से जुड़े सामान्य सवालों के जवाब भी नहीं दे पाया। इसके बाद इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसकी वास्तविक पहचान उजागर करते हुए उसे हिरासत में ले लिया।
अधिकारियों के अनुसार, आरोपी ने काबुल जाने के लिए कम एयर (Kam Air) की फ्लाइट RQ-4402 से यात्रा की बुकिंग की थी। वह चेक-इन औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दस्तावेज़ सत्यापन के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा। वहीं पर ड्यूटी पर तैनात अधिकारी को उसकी बोली और लहजे पर संदेह हुआ। न तो उसकी भाषा में मराठी का कोई अंश था और न ही मुंबई/महाराष्ट्र से जुड़ी पहचान झलक रही थी।
जब उससे महाराष्ट्र के बारे में कुछ साधारण सवाल पूछे गए तो वह एक भी सही उत्तर नहीं दे पाया। इससे अधिकारियों को यकीन हो गया कि उसका दावा झूठा है और उसके दस्तावेज़ संदिग्ध हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी असल में अफगानिस्तान का निवासी है और उसने भारत का पासपोर्ट फर्जी तरीके से बनवाया था। पासपोर्ट पर दर्ज पता नवी मुंबई का था, जिसका उपयोग उसने धोखाधड़ी से भारतीय नागरिक दिखने के लिए किया।
आरोपी को तुरंत हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की गई और फिर उसे आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया गया। अब पुलिस और जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह पासपोर्ट कैसे जारी हुआ और क्या इसके पीछे किसी बड़े रैकेट का हाथ है।
यह घटना न केवल हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया में संभावित लापरवाहियों की ओर भी इशारा करती है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे नेटवर्क की गहन जांच की जाएगी।
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