मुंबई। मध्य रेल के टिटवाला-इगतपुरी और अंबरनाथ-लोनावाला रूट पर भोर और थुल घाटों में अत्यधिक भारी वर्षा के कारण बोल्डर गिर जाने , ट्रैक वॉश आउट (ट्रैक पर जलभराव) हो जाना , ट्रैक पर मिट्टी गिरना, पेड़ गिरना , तथा सिग्नल पोस्ट,ओएचई आदि प्रभावित होने के परिणामस्वरूप दोनों खण्डों पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हो गई है। आधी रात से बारिश की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कसारा में सिर्फ 4 घंटे में 136 मिमी बारिश हुई और कर्जत में एक घंटे में 86.8 मिमी (0100 बजे से 0200 बजे तक) बारिश हुई। इस रिलीज के समय कर्जत में 157.7 मिमी और लोनावाला ने 178 मिमी वर्षा हो चुकी थी ।
श्री आलोक कंसल, महाप्रबंधक, मध्य रेल लगातार ट्रेन सेवाओं की बहाली के लिए अधिकारियों की निगरानी और मार्गदर्शन कर रहे हैं. एजीएम, पीएचओडी, एचओडी, डीआरएम/मुंबई, एडीआरएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी 24×7 सेवाओं की बहाली के लिए काम कर रहे हैं. प्रभावित स्थलों पर बोल्डर स्पेशल ट्रेनें, विभिन्न मशीनें, मजदूर आदि लगातार काम कर रहे हैं। मध्य रेल प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि स्टेशनों के बीच कोई भी ट्रेन न रुके और कसारा, इगतपुरी, बदलापुर, खडवली आदि स्टेशनों से ट्रेनों को चलाया जाएगा । कई ट्रेनों को रद्द, डायवर्ट, शॉर्ट टर्मिनेट और शॉर्ट ओरिजनेट किया गया है। भारी वर्षा तथा सड़कों की रुकावट के बावजूद, टीम मुंबई ने मुख्यालय के मार्गदर्शन में भारी पत्थरों को हटाकर , गिरे हुए पेड़ों तथा ट्रैक वाशआउट को दुरुश्त कर थुल घाट सेक्शन में 3 ट्रेनों और भोर घाट सेक्शन में 1 ट्रेन को सुरक्षित मार्ग प्रशस्त किया। इस बीच एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया और किसी भी घटना के लिए उन्हें कसारा में तैयार रखा गया है ।
हेल्पडेस्क
फंसे हुए यात्रियों की सूचना के लिए कल्याण, कसारा, इगतपुरी और लोनावाला में हेल्पडेस्क खोले गए। यात्रियों को सुरक्षित स्थान तक पहुँचाने के लिए कसारा और इगतपुरी में बसों की व्यवस्था की गई है। निम्न ट्रेनों के फसे हुऐ यात्रियों के लिए स्टेशनों पर चाय, कॉफी, नाश्ते जैसी खानपान की व्यवस्था की गई थी। फ़से हुए यात्रियों की सुविधा के लिए केटरिंग स्टॉल भी खोले गए। इसके लिए लगातार अनाउंसमेंट भी की जा रही है । इगतपुरी में 75 बसें (4835 यात्री इगतपुरी से कल्याण के लिए); कसारा में 29 बसों (कसारा से कल्याण के लिए 1249 यात्रियों) की व्यवस्था की गई।
भारी वर्षा का प्रभाव
भारी वर्षा वृष्टि के परिणामस्वरू खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली घाटों और नदियों में जलजमाव, तटबंधों के बह जाने, बोल्डर और भूस्खलन के कारण लगभग 21 स्थानों पर अवरोधों की सूचना मिली है। लगभग 4300 cum घन मीटर तटबंध बह गया है। लगभग 1900 cum घनमीटर भूस्खलन और पत्थर गिरे है। प्रभावित स्थानों पर ट्रैक लेबर: कुल 950, सुपरवाइजर 75 और 38 अधिकारी ट्रेनों की सेवा बहाली के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
सेवा बहाली के लिए किए जा रहे कार्य
राजमार्गों के अवरुद्ध होने के बावजूद तत्काल मजदूरों और मशीनरी के साथ 2 बोल्डर स्पेशल, 4 गिट्टी रेक, 2 पोक्लेन और 4 जेसीबी घटना स्थल पर भेजें गए हैं। प्रभावित स्थल पर और मशीनें लगाई जा रही हैं।
अंबरनाथ-बदलापुर सेक्शन को 12 घंटे के रिकॉर्ड समय में (फिट) दुरुस्त किया गया और उपनगरीय सेवाओं को अंबरनाथ से बदलापुर तक 10.35 बजे शुरू कर दिया गया।
अम्बरमाली – डाउन लाइन के लिए 5.30 बजे और अप लाइन के लिए 7.15 बजे ट्रैक सुरक्षित (फिट) दिया गया तथा चौक ट्रैक को 11.11 बजे फिट दिया गया।
पनवेल-कर्जत सेक्शन पर बैलास्ट फिलिंग की गई और 10.15 बजे ट्रैक फिट दिया गया।
वासिंद-खड़ावली सेक्शन में 100 से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं तथा मरम्मत का काम 13.21 बजे पूरा हुआ, कसारा-इगतपुरी के बीच अप और डाउन लाइन को 13.12 बजे फिट दिया गया
दक्षिण पूर्व घाट पर, 3 प्रमुख स्थानों के साथ लगभग 17 स्थानों पर भूस्खलन/बारिश के कारण सेवाओं के अवरुद्ध होने कि सूचना मिली थी। 200 मजदूरों के साथ 4 जेसीबी और 2 पोकलेन प्रभावित स्थानों पर पहुंचाए गए जो युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं.
बदलापुर और कर्जत के बीच भिवपुरी रोड पर करीब 25 मजदूर सेवा बहाली का काम कर रहे हैं. बदलापुर-वंगानी सेक्शन पर बाढ़ का पानी कम होने पर ही ट्रैक की स्थिति का आकलन किया जा सकता है।
खराब मौसम के कारण प्रभावित ट्रेन सेवाएं :
22 जुलाई को शाम 4 बजे तक इंटरसिटी ट्रेनों सहित लंबी दूरी की 34 ट्रेनों को रद्द किया गया; 26 लंबी दूरी की ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित (डाइवर्ट)किया गया है तथा इंटरसिटी ट्रेनों सहित लंबी दूरी की 36 ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेटेड और लंबी दूरी की 6 ट्रेनें को शॉर्ट ओरिजिन किया गया है।
उपनगरीय ट्रेनें शुरू में केवल सीएसएमटी-अंबरनाथ/टिटवाला सेक्शन पर चल रही थीं। 10.35 बजे सीएसएमटी-बदलापुर सेवाएं फिर से शुरू की गईं। उत्तर पूर्व घाट सेक्शन में अप और डाउन लाइनों को 13.15 बजे फिट किया गया और 15.00 बजे कल्याण-कसारा सेक्शन को यातायात के लिए बहाल किया गया। इस अवधि के दौरान भी हार्बर लाइन, ट्रांसहार्बर लाइन और चौथा कॉरिडोर (नेरुल/बेलापुर-खरकोपर सेक्शन) की सेवाए चल रही थी । उक्त स्थिति के बारे में लगातार घोषणाओं के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराई रहा रही है । इसके अलावा, सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के उपयोग के माध्यम से नियमित अपडेट दिए जा रहे है ।