देशव्यापी लॉकडाउन की आहट,आखिर पीएम मोदी को एक्सपर्ट्स ने क्या दिए सलाह? 

देशव्यापी लॉकडाउन की आहट,आखिर पीएम मोदी को एक्सपर्ट्स ने क्या दिए सलाह? 

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर देश में कहर बरपा रही है. महाराष्ट्र, यूपी, बिहार, राजस्थान आदि राज्यों में महामारी का प्रकोप इस कदर छाया है कि श्मशानों में चिता जलाने के लिए लकड़ी नहीं है तो शव रखने के लिए जमीन कम पड रही है. हर राज्यों ने अपने स्तर लॉकडाउन लगाए हुए हैं। बावजूद इसके कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोग अपनों के बचने के लिए ऑक्सीजन नहीं मिलने पर माउथ टू माउथ जीवन देने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सांस थम जा रही है. इतना ही नहीं ,लगभग भारत के हर राज्य में कोरोना वायरस की वजह से लोग अपनों को खो रहे हैं.चारों अफरा तफरी मची हुई है.

इस बीच केंद्र सरकार को कोविड प्रबंधन पर सलाह देने वाले टास्क फोर्स के कुछ सदस्य तुरंत देशव्यापी लॉकडाउन लगाने पर जोर दे रहे हैं.बता दें कि इस टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ.वीके पॉल हैं, जो प्रधानमंत्री को सीधे रिपोर्ट करते हैं। टास्क फोर्स में एम्स और आईसीएमआर जैसे संस्थानों के विशेषज्ञ भी हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना संक्रमण के चक्र को तोड़ना बहुत जरूरी है। इतना ही नहीं चिकित्सा संसाधन बुरी तरह चरमरा गई है।अगर यही हाल तो चिकित्सा ढांचे की दशा और बुरी होगी। संसाधन बढ़ाने की भी हद होती है। ऐसे में हमें सबसे पहले कोरोना संक्रमण संख्या घटाने पर जोर देना चाहिए। इसके लिए कोरोना  संक्रमणचक्र को तोड़ना ही होगा। कोविड एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है। देशव्यापीलॉकडाउन होगा तो लोग एक दूसरे के संपर्क नहीं आएंगे जिससे संक्रमण का चक्र टूटेगा और मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं होगी।
लॉकडाउन से बचें पीएम ने की थी अपील
बता दें कि 20 अप्रैल को प्रधानमंत्री ने कहा था कि लॉकडाउन को टालने की हर संभव  कोशिश की जाए। इसे तभी लगाया जाए जब और दूसरा कोई रास्ता न बचा हो। टास्क फोर्स के एक सदस्य ने कहा कि हम पिछले कुछ महीनों से यह बात जोर देकर कह रहे हैं कि जनता को बताया जाए कि लॉकडाउन बहुत जरूरी हो गया है। देशव्यापी लॉकडाउन पूरी तरह लागू किया जाये न कि जैसा इस समय हम कर रहे हैं थोड़ा यहां थोड़ा वहां। इससे कोरोना को मत नहीं दिया जा सकता है ,क्योंकि संक्रमण पूरे देश में बढ़ रहा है। एक अन्य सदस्य ने कहा कि गलत एंगल से देख रहे हैं। स्वास्थ्य-चिकित्सा ढांचे को बेहतर करने की एक सीमा होती है। हमने ऑक्सीजन सप्लाई सुधार ली है लेकिन बीमारों को देखते हुए अब भी इस गैस की किल्लत है। कोविड का मर्ज एक आदमी से दूसरे तक फैलता है। ऐसे में लॉकडाउन लगा कर संक्रमण चक्र रोकना ही मुफीद रास्ता है।
बता दें कि भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3.92 लाख नए केस सामने आए हैं, जो एक दिन पहले सामने आए संक्रमण के 4,01,993 केस की तुलना में काफी कम है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते दिन कोरोना संक्रमण से 3689 लोगों की मौत हो गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 3,92,488 नए केस सामने आने के बाद देश भर में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर अब 1,95,57,457 हो गई है. बीते दिन कोरोना से 3689 लोगों की मौत के बाद देश में संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 2,15,542 हो गई है. मंत्रालय ने बताया कि देश में एक्टिव केस फिलहाल 33,49,644 हैं. वहीं कोरोना से ठीक होने के बाद 3,07,865 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या अब कुल 1,59,92,271 हो गई है.
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