उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की लाल टोपी को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने खतरे की निशानी बनाकर हमला किया था। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हुए हमले की टीस सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को अब तक है। यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी ने 42वें स्थापना दिवस पर नई केसरिया टोपी को अपनाया तो सपा अध्यक्ष इस पर कटाक्ष करने से खुद को रोक नहीं पाए। अखिलेश यादव ने बुधवार को कन्नौज में कहा कि जो लोग कि जो लोग सपा की लाल टोपी पर ना जाने क्या-क्या कहते थे,आज खुद टोपी पहने बैठे हैं।
अखिलेश यादव ने बीजेपी की केसरिया टोपी को लेकर कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्होंने लाल टोपी नहीं पहनी। साथ ही यह भी कहा कि केवल टोपी पहनने से कुछ नहीं होगा। अखिलेश यादव ने कहा, ”मुझे खुशी है उन्होंने लाल टोपी नहीं पहनी आज कोई और टोपी पहन ली, सिद्धांतों पर कैसे खड़े रहेंगे? खाली टोपी पहनने से कुछ नहीं होगा।” भाजपा ने स्थापना दिवस पर केसरिया टोपी को एक नया लुक दिया है। टोपी पर दोनों तरफ बीजेपी लिखा है और कमल का फूल भी अंकित है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान सपा की लाल टोपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं। इन्हें सिर्फ लाल बत्ती के लिए सत्ता चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज पूरा यूपी जानता है कि लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब रहा है। इन्हें माफियाओं को छूट देने के लिए, जमीन कब्जाने के लिए और आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए सरकार चाहिए।’
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