श्रीनगर। आतंकी ग्रुप स्वतंत्रता दिवस के मौके जम्मू के मंदिरों को निशाना बनाने की फ़िराक में हैं। पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा जम्मू कश्मीर में सक्रिय हैं। ख़ुफ़िया एजेंसियों को मिली सूचना पर जम्मू में अलर्ट जारी किया किया गया है। मालूम हो कि जम्मू में सैकड़ो प्राचीन मंदिर हैं। जम्मू को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है।
अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि आतंकवादी संगठन 5 अगस्त और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू में मंदिरों को निशाना बनाने का प्रयास कर सकते हैं। बता दें कि 5 अगस्त आर्टिकल 370 के खात्मे की दूसरी वर्षगांठ है और आतंकी संगठन इस मौके पर भारत को दहलाने की फिराक में हैं। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि ड्रोन द्वारा आईईडी गिराए जाने की हाल की कुछ घटनाओं ने इशारा किया है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जम्मू में मंदिरों के पास भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बड़ा विस्फोट करने की कोशिश कर रहे हैं। नॉर्थ ब्लॉक यानी रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडिया टुडे को बताया कि बीते दिनों आतंकी साजिश के कम से कम तीन पिछले प्रयासों को नाकाम कर दिया गया है।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल आईईडी लाने के लिए किया गया है ताकि घाटी में मौजूद उनके आतंकी उन्हें लगा सके और हमले को अंजाम दे सके।आतंकी साजिशों का पता इस बात से भी लगता है कि बीते 27 जून को जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में एक ड्रोन द्वारा विस्फोट किया गया था। इसके अगले ही दिन कश्मीर में सुरक्षाबलों और नागरिकों पर कई हमलों में शामिल रहे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर नदीम अबरार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सुरक्षाबलों ने उसके कब्जे से पिस्टल और एक ग्रेनेड बरामद किया था। उससे पूछताछ के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को जम्मू में प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर पर संभावित आतंकी हमले की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस को अलर्ट जारी करना पड़ा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल आईईडी लाने के लिए किया गया है ताकि घाटी में मौजूद उनके आतंकी उन्हें लगा सके और हमले को अंजाम दे सके।आतंकी साजिशों का पता इस बात से भी लगता है कि बीते 27 जून को जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में एक ड्रोन द्वारा विस्फोट किया गया था। इसके अगले ही दिन कश्मीर में सुरक्षाबलों और नागरिकों पर कई हमलों में शामिल रहे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर नदीम अबरार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सुरक्षाबलों ने उसके कब्जे से पिस्टल और एक ग्रेनेड बरामद किया था। उससे पूछताछ के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को जम्मू में प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर पर संभावित आतंकी हमले की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस को अलर्ट जारी करना पड़ा।