अमर जवान ज्योति: राहुल के बयान पर सरकार का पलटवार, जो 7 दशक तक   

अमर जवान ज्योति: राहुल के बयान पर सरकार का पलटवार, जो 7 दशक तक   

इण्डिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति को आज राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की ज्योति में विलीन किया जाएगा। इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को देशप्रेम और बलिदान की समझ नहीं है। जिस पर सरकारी सूत्रों ने कहा है कि अमर जवान ज्योति की लौ को बुझाया नहीं जा तरह है। इस संबंध कई तरह की झूठी ख़बरें प्रसारित की जा रही है जो सही नहीं है।

सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इंडिया गेट के अमर जवान ज्योति पर केवल प्रथम विश्व युद्ध और एंग्लो अफगान युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों के ही नाम अंकित है। जो हमारे औपनिवेशिक अतीत का प्रतीक है। 1971 और उसके पहले और बाद के युद्धों सहित सभी युद्धों के भारतीय शहीदों के नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में शामिल किये गए हैं। जो शहीदों को एक सच्ची श्रद्धांजलि है। यहां  प्रथम युद्ध के बाद तक के शहीदों का नाम अंकित है।

बता दें कि 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की याद में इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति जलाई जाती है। जो सातों दिन और दिन रात जलती है। जिसे अब राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में विलीन किया जा रहा है। वहीं, इस संबंध में  कई खबरों में कहा गया है कि इस जलती लौ को बुझा दिया जाएगा। लेकिन सरकारी सूत्रों ने इसे सिरे से नकार दिया है। बताया जा रहा है कि  दिल्ली के इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति की लौ बुझाई नहीं जा रही है और केवल राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में विलीन की जा रही है।

वहीं, सरकार ने राहुल गांधी के बयान की आलोचना की है, जिसमें कहा गया कि जो लोग सात दशक तक राष्ट्रीय स्मारक नहीं बना सके अब वे अमर जवान ज्योति को लेकर रोना रो रहे हैं। जो सही मायने में शहीदों को श्रद्धांजलि है। सरकार का यह स्पष्टीकरण उन खबरों के बीच आया है जिसमें कहा गया था कि 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की याद में जलाई गई अमर जवान ज्योति की चिराग को 50 साल बाद बुझाया जाएगा और आगे के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में आग में मिला दिया जाएगा।
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