लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव की कमान संभालने वाले गृहमंत्री अमित शाह अबकी बार भी मिशन यूपी के लिए सक्रिय हो गए हैं। भाजपा की नजर अपने पूर्व और नाराज सहयोगी दलों और को फिर से वापस लाने की ओर है। अपना दल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, निषाद पार्टी को साधने में जुट गई है। माना जाता है कि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने में अमित शाह की महत्वपूर्ण भूमिका थी। पार्टी की चुनावी रणनीति उनके ही नेतृत्व में तैयार की गई थी। अब जब सूबे में चुनाव को सिर्फ एक साल बचे हैं तब एक बार फिर शाह ने जिम्मेदारी संभाल ली है। इसी क्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल से दिल्ली में मुलाकात की। इसके अलावा अमित शाह और हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा ने निषाद समाज के नेता डॉक्टर संजय कुमार निषाद और संत कबीर नगर के सांसद प्रवीण निषाद से भी मुलाकात की।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल से दिल्ली में मुलाकात की। अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल जो अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी के एमएलसी भी हैं, वहीं निषाद पार्टी के डा. संजय निषाद से भी अमित शाह ने मुलाकात की है। उन्होंने पार्टी की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया। खबरों के अनुसार संजय ने कहा कि पार्टी ने निषादों समेत 14 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने निषादों को तालाबों-पोखरों में पट्टे में 10 लाख रुपये फीस लिए जाने के मुद्दे को उठाया और उन्हें निषाद समाज की समस्याओं की जानकारी दी। अमित शाह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह अफसरों के साथ बैठकर इस पर मंथन करेंगे और जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात का वक्त मांगा है। इन मुलाकातों के बीच पूर्व आईएएस अधिकारी और एमएलसी एके शर्मा ने भी निषाद पार्टी के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की।