असम में बाढ़ का कहर: पिता को 72 घंटे बाद बेटे का चार किमी दूर नाले से मिला शव!

इस बीच यहां के गुवाहाटी से एक रोंगटे खड़े देने वाला मामला सामने आया है। एक आठ साल के बच्चे का शव राजगढ़ क्षेत्र के नाले से करीब चार किमी दूर जाकर बरामद किया गया।

असम में बाढ़ का कहर: पिता को 72 घंटे बाद बेटे का चार किमी दूर नाले से मिला शव!

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मौसम का कहर पूर्वोत्तर खासकर असम राज्य में जबर्दस्ती होता दिखाई दे रहा है| बाढ़ से लोगों का बुरा हाल हुआ है| वही, दूसरी ओर एक दिल दहला देने वाली घटना का भी मामला सामने आया है, जब 8 वर्षीय बालक के नाले में गिरने के करीब 72 घंटे बाद चार किमी दूर पास इलाके से नाले से बरामद किया गया|असम में भारी बारिश के बाद बाढ़ से लोगों का बुरा हाल हुआ है। बाढ़ के कारण अब तक कइयों की मौत हो चुकी है। इस बीच यहां के गुवाहाटी से एक रोंगटे खड़े देने वाला मामला सामने आया है। एक आठ साल के बच्चे का शव राजगढ़ क्षेत्र के नाले से करीब चार किमी दूर जाकर बरामद किया गया।

गौरतलब है कि असम के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी के कुछ हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं। यहां गुवाहाटी के पहाड़ी इलाके ज्योति नगर में गुरुवार शाम को अभिनाश अपने पिता की स्कूटी से फिसलकर खुले नाले में गिर गया था।अपने बेटे को ढूंढने की काफी कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। टी-शर्ट और हाफ-पैंट पहने हुए हीरालाल कीचड़ और कचरे में अपने बेटे को ढूंढ रहे थे। वह पिछले 72 घंटों से अपने बच्चे की तलाश में जुटे थे और रात को थक जाने पर पास के ही एक दुकान के बरामदे में लेट गए थे। उन्होंने कसम खाई थी कि जब तक वह अपने बेटे को ढूंढ नहीं लेते, तब तक वह आराम से नहीं बैठेंगे।

हीरालाल ने सीएम से कहा था, ‘मैं घर कैसे जा सकता हूं, जब मेरा बेटा यहां हैं। मुझे पता है कि मेरा बेटा यहां हैं और मैं उसे ढूंढने तक आराम नहीं कर सकता। इस बीच, हीरालाल और उनकी पत्नी ने मुख्यमंत्री हेमंत सरमा से भी मुलाकात की थी। सीएम ने बचाव दलों को अपना खोज अभियान तेज करने का आदेश दिया है।

गुरुवार देर शाम भारी बारिश के बीच अभिनाश अपने पिता के साथ उनकी दुकान से घर लौट रहा था, तभी उनकी स्कूटी फिसल गई थी और पीछे बैठा अभिनाश फिसलकर खुले नाले में गिर गया था। हीरालाल ने बताया था कि उन्हे एक-दो बार नाले में बेटे का हाथ दिखा और वह उसे पकड़ने के लिए नाले में कूदा, लेकिन सफल नहीं रहे।

अधिकारियों ने बताया था कि तलाशी अभियान में राज्य आपदा प्रतिसाद बल ( एसडीआरएफ), अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग तथा नगर निगम सहित कई एजेंसी समन्वय कर रही थी। उन्होंने कहा था कि नाला कई जगह कंक्रीट के स्लैब से बंद किया गया है और इन स्लैब को हटाकर बच्चे की खोजबीन की जा रही थी।

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