मध्यप्रदेश के भोपाल में दो जेएमबी आतंकी पकड़े गए हैं| उन्हीं से पूछताछ के बाद इसके बारे में जानकारी मिली थी| इसके बाद एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है| बुधवार की देर सायं एसटीएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि उसने आतंकियों की फंडिंग तो की ही थी साथ ही आतंकियों को अपने घर में पनाह भी देता था| वह मूल रूप से पुरुलिया जिले के पाड़ा का रहने वाला है| वह मुंशीडांगा इलाके में किराए का मकान लेकर रहता था और उसमें आतंकियों को भी पनाह देता था|
खुफिया विभाग के अधिकारियों ने आतंकी अमीरुद्दीन अंसारी के मोबाइल फोन से डाटा संग्रह किया है| इसमें 12 जीबी जिहादी किताब की पीडीएफ कॉपी इंटरनल मेमोरी में मैच हो गई|इन पुस्तकों को विभिन्न टेलीग्राम चैनलों से प्राप्त किया गया था| वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार भोपाल में साथियों ने गिरफ्तारी के बाद टेलीग्राम एप को डिलीट कर दिया|
गौरतलब है कि खुफिया विभाग के अधिकारियों ने वहां से डेटा रिकवर कर लिया है| भोपाल में पकड़े गए आतंकवादी पिछले 7 महीनों में दो बार अमीरुद्दीन के घर डोमजूर में आए थे| उसे चार महीने तक अपने घर में रखा था| बाद में उसने फर्जी आधार कार्ड बनाकर भोपाल भेज दिया था| उनसे पिछले एक साल में कुल 9 बांग्लादेशी उग्रवादियों को भारत लाया गया और उन्हें पनाह दी थी| एनआईए, इंटेलिजेंस ब्रांच समेत कई खुफिया एजेंसियां गिरफ्तार अमीरुद्दीन से पूछताछ करना चाहती है|
वरिष्ठ खुफिया अधिकारी के अनुसार उसके पास से कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिसमें उत्तर-पूर्व भारत में हमले का षड्यंत्र रचने की बातें हैं| यह पहली बार है, जब पुरुलिया जिले से जेएमबी ‘जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश’ आतंकियों के नेटवर्क का तार जुड़ा है| इसे लेकर एसटीएफ चिंतित है क्योंकि यह जिला झारखंड से सटा है और यह माओवादी गतिविधियों का भी केंद्र रहा है|अमीरुद्दीन कब जेएमबी से जुड़ा और कितने दिनों से आतंकियों को पनाह देता आ रहा है, वह आतंकियों की और किस तरह से मदद करता था, इन सभी बातों का पता लगाया जा रहा है|
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