नई दिल्ली। अयोध्या में होने वाले रामलीला में फ़िल्मी सितारों के शामिल होने पर संतों ने आपत्ति जताते हुए विरोध दर्ज कराया है। संत समाज ने फ़िल्मी सितारों द्वारा रोल में वेशभूषा पर सवाल उठाया है और इस संबंध में 17 सितंबर को सीएम योगी से मिलकर शिकायत करने की बात कही है। लगभग दो दर्जन से अधिक साधु-संतों में सिद्ध पीठ बड़ा भक्तमाल में बैठकर विरोध जताया। बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास ने कहा कि रामलीला हमारी उपासना से आती है। उन्होंने कहा कहा कि अगर इसमें किसी तरह का हास परिहास किया जाएगा तो बर्दास्त नहीं किया जाएगा। मालूम हो कि 6 अक्टूबर से अयोधया में फ़िल्मी सितारों का जमावड़ा लगना शुरू होगा। बताया जा रहा है कि आने वाले फ़िल्मी सितारे विभिन्न किरदार निभाएंगे।
अवधेश दास हमलावर होते हुए बोले कि मांस- मदिरा खाने सेवन करने वाले लोग मंच पर अभद्र प्रदर्शन करेंगे। यह संत समाज के समझ के बाहर है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि अयोध्या में ऐसी ऐसी रामलीला मंडली आए हैं जो विदेशों तक अपना प्रदर्शन और परचम लहराया है। ऐसी रामलीला को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। फिल्म जगत की रामलीला करने का कोई मतलब नहीं है।
इसका हम संत समाज के लोग विरोध कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे सनातन संस्कृत और उपासना के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ न किया जाए। अयोध्या संत समिति के महामंत्री पवन दास शास्त्री ने कहा कि अयोध्या की ऐतिहासिक का संपूर्ण विश्व में विदित है यह रामजी की जन्मभूमि रही है। इस रामलीला के विरोध में हम लोग प्रधानमंत्री से भी मिलेंगे और मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे और पूर्व में किया भी है। यह लोग चाहते हैं कि जिस तरह से चाहेंगे उस तरीके से रामजी के चरित्र को परिभाषित करेंगे तो यह होने नहीं दिया जाएगा।