निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वरों ने इस पर मन बना लिया है। कहा जा रहा है कि दिवंगत महंत की वसीयत और सुसाइड नोट के आधार पर बलवीर गिरि को ही उत्तराधिकारी बनाया जाएगा। अखाड़े के संतों के पास महंत नरेंद्र गिरि की वसीयत के खिलाफ कोई और प्रमाण या चुनौती नहीं मिली है, ऐसे में सबों ने बलबीर गिरि को नया महंत बनाने का मन बना लिया। 5 अक्टूबर को दिवंगत अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी है. उनकी षोडशी बाघम्बरी मठ में ही होगी, इसी दिन पंच परमेश्वर बलबीर गिरि के नाम की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। षोडशी कार्यक्रम में करीब 8 हजार लोग शामिल हो रहे हैं। उम्मीद है कि षोडशी में सीएम योगी भी शामिल होंगे।
ऐसा तय माना जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरि के वसीयत के आधार पर बलवीर गिरि को उनका उत्तराधिकारी के लिए चुन लिया गया है। इससे पहले दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि की तीन वसीयतें मिली थी. पहली वसीयत में बाघंबरी गद्दी मठ के के लिए महंत महेंद्र गिरि ने अपने शिष्य बलबीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाया, पर 2011 में उन्होंने आनंद गिरि को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। लेकिन आनंद गिरि से विवाद के बाद 2020 में उन्होंने अपनी दोनों वसीयतों को निरस्थ कर दिया. और तीसरी रजिस्टर्ड वसीयत बलवीर गिरि के नाम से बनवाई. गौरतलब है कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। उनके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला था, उस नोट में भी उन्होंने बलबीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाने की बात कही थी। ऐसे में अब पंच परमेश्वर ने भी बलवीर गिरि को उनका उत्तराधिकारी बनाने का मन बना लिया है।