बांग्लादेश पुलिस ने अवामी लीग के पूर्व सांसद सद्दाम हुसैन पावेल सहित सात अन्य कार्यकर्ताओं को बांग्लादेश में गिरफ्तार किया गया। स्थानीय मीडिया इस गिरफ्तारी को विध्वंसक गतिविधियों की योजना बनाने और इसके लिए फंडिंग करने का आरोप बता रही है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) की मीडिया शाखा ने शुक्रवार (5 सितंबर)को बताया कि सद्दाम को गुरुवार(4 सितंबर) रात राजधानी के मोहम्मदपुर इलाके से छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया गया। इसके अलावा, सात अन्य लोगों को भी अलग-अलग छापों में गिरफ्तार किया गया।
ढाका की एक अदालत ने शुक्रवार को सद्दाम को पेश किए जाने के बाद हत्या के प्रयास के पुराने मामले में जेल भेजने का आदेश दिया। यह मामला जुलाई 2023 के प्रदर्शनों से जुड़ा हुआ है। अदालत के मजिस्ट्रेट पार्थ भद्र ने पुलिस के अनुरोध पर यह आदेश दिया।
डीएमपी की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, गिरफ्तार नेताओं और कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि वे अचानक जुलूस निकालकर और कानून-व्यवस्था बिगाड़कर राजधानी को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे। उनके खिलाफ विभिन्न थानों में पहले से ही कई मामले दर्ज हैं।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले महीने बांग्लादेश पुलिस ने एक राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत 1,593 अवामी लीग नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था।
अवामी लीग के मीडिया प्रकोष्ठ ने हाल ही में बयान जारी कर कहा कि यूनुस शासन के तहत फर्जी कानूनी मामलों, मॉब वायलेंस और राजनीतिक प्रतिशोध में खतरनाक बढ़ोतरी हुई है। पार्टी का आरोप है कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई अवामी लीग सरकार के पतन के बाद उनके नेताओं और कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है, जिससे देश में न्याय व्यवस्था का पतन हुआ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है। उनका कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की सरकार गिरने के बाद से अवामी लीग को लगातार निशाना बनाया जा रहा है और उसके नेताओं पर एक के बाद एक मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
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