23 C
Mumbai
Monday, December 8, 2025
होमक्राईमनामाबांग्लादेश: प्रधानमंत्री मोदी का भेंट दिया मुकुट चोरी, भारतीय उच्चायोग ने जताई...

बांग्लादेश: प्रधानमंत्री मोदी का भेंट दिया मुकुट चोरी, भारतीय उच्चायोग ने जताई नाराजी !

यह सोने और चांदी का मुकुट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान जेशोरेश्वरी देवी को अर्पित किया था।

Google News Follow

Related

खबर सामने आई हैं कि बांग्लादेश के सतखिरा में जेशोरेश्वरी मंदिर से देवी काली का मुकुट चोरी हो गया है। दिलचस्प बात यह है कि यह ताज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेश किया था। घटना गुरुवार दोपहर की है जब पुजारी पूजा कर बाहर गये थे। चोरों ने पुजारी के मंदिर से बाहर जाने और सफाई कर्मचारियों के अंदर आने का समय ले लिया। नवरात्र के दौरान यह घटना होने से हड़कंप मच गया है।

सुबह की पूजा के बाद दोपहर में मंदिर के पुजारी के जाने के कुछ देर बाद ही चांदी और सोने से जड़ा हुआ मुकुट चोरी हो गया। सफाई कर्मचारियों को बाद में पता चला कि मूर्ति के सिर पर लगा मुकुट गायब था। यह सोने और चांदी का मुकुट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान जेशोरेश्वरी देवी को अर्पित किया था।

पुजारी दिलीप मुखर्जी ने बताया कि पूरे दिन पूजा करने के बाद वे लोग दोपहर करीब दो बजे मंदिर से निकले। कुछ देर बाद सफाई कर्मचारी सफाई करने आए। जब उन्होंने देवी की ओर देखा तो देखा कि उनके सिर का मुकुट गायब हो चूका था। मुकुट चांदी का बना था और उस पर सोना चढ़ाया गया था। इंस्पेक्टर तैजुल इस्लाम ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मंदिर में सीसीटीवी कैमरे हैं और आरोपियों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।

दौरान बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट कर इस मामलें में नाराजगी जताई है, उच्चायोग ने लिखा,” 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान जेशोरेश्वरी काली मंदिर (सतखिरा) को पीएम मोदी द्वारा उपहार में दिए गए मुकुट की चोरी की रिपोर्ट हमनें देखी है। हम गहरी चिंता व्यक्त करते हैं और बांग्लादेश सरकार से चोरी की जांच करने, मुकुट बरामद करने और दोषियों पर कारवाई करने का आग्रह करते हैं।”

यह भी पढ़ें:

केजरीवाल का ‘शीशमहल’ सील; आतिशी का एलजी पर इल्जाम!

मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की नरेंद्र मोदी को चिट्ठी, प्रधानमंत्री से की बड़ी मांग!

Parsi Last Rituals: अब पारसी समुदाय क्यों नहीं सौंपता गिद्ध को शव?

जेशोरेश्वरी मंदिर हिंदू धर्म के शक्तिपीठों में से एक है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी के अंत में अनाड़ी नामक एक ब्राह्मण ने करवाया था। उन्होंने जशोरेश्वरी पीठ के लिए 100 दरवाजों वाला एक मंदिर बनवाया। बाद में 13वीं शताब्दी में लक्ष्मण सेन ने इसका जीर्णोद्धार कराया और अंततः 16वीं शताब्दी में राजा प्रतापदित्य ने मंदिर का पुनर्निर्माण कराया। कहा जाता है कि इस स्थान पर देवी सती के हाथ और तलवे गिरे थे। ऐसा माना जाता है कि यहां जशोरेश्वरी की गंध है और भगवान शंकर चंद्रमा के रूप में वहां प्रकट होते हैं।

National Stock Exchange

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Star Housing Finance Limited

हमें फॉलो करें

151,708फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
284,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें