सुन्नी वक्फ बोर्ड ने गुजरात के बेट द्वारका के दो द्वीपों अपना दावा किया है। इस संबंध में सुन्नी वक्फ बोर्ड ने गुजरात हाई कोर्ट में एक याचिका दायर किया है। सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट की जस्टिस संगीता विशेन ने इसे बेतुका बताया और कहा कि आप जानते हैं क्या कह रहे हैं। अदालत ने आवेदन में कुछ संशोधन करने को कहा है और इसे वेकेशन कोर्ट में दोबारा जमा करने का आदेश दिया है।
बता दें कि बेट द्वारका द्वारका जिले में स्थित है और यह हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान है। कहा जाता है कि यह श्री कृष्ण का निवास स्थान था। इसके अलावा, इस स्थान पर सदियों से वैष्णव संप्रदाय के लिए कई मंदिर और तीर्थ स्थल हैं।
खबरों के अनुसार फिलहाल इस द्वीप पर 7,000 परिवार निवास करता है। जिसमें 6,000 परिवार मुस्लिम है। गुजरती दैनिक दिव्य भास्कर की रिपोर्ट में कहा गया है कि वक्फ बोर्ड के इस दावे के बाद कोर्ट ने कहा कि वक्फ बोर्ड कृष्ण नगरी पर अपना दावा कैसे कर सकता है। हालांकि कोर्ट ने बोर्ड को से आवेदन को पढ़ने और संशोधन करने को कहा है। रिपोर्ट में बेट द्वारका में आठ छोटे -छोटे द्वीपों पर भी बोर्ड ने अपना मालिकाना हक़ पेश किया है। कहा जाता है कि बेट द्वारका को बेयत द्वारका भी कहा जाता है। भगवान श्री कृष्ण यहां रहा करते थे।
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