भोपाल। केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री एल मुरुगन मध्य प्रदेश राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवार बनाया गया है। एल मुरुगन तमिलनाडु से आते हैं और वहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी हैं। अभी वे किसी सदन के सदस्य नहीं हैं, उन्हें 6 माह में संसद सदस्य बनना जरूरी था। इसलिए सुरक्षित सीट चुनी गई। ऐसा कर भाजपा आलाकमान ने मध्य प्रदेश के नेताओं और दावेदारों को फिर चौकाया।
सोनोवाल और मुरुगन का राज्यसभा में आना लगभग तय है, क्योंकि भाजपा को दोनों राज्यों की विधानसभा में बहुमत प्राप्त है। असम में बिस्वजीत दैमारी के इस्तीफा देने से राज्यसभा की एक सीट खाली हो गई थी। दैमारी विधानसभा अध्यक्ष बने हैं। मध्य प्रदेश में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के इस्तीफे के बाद उच्च सदन की एक सीट खाली हो गई थी, जिन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया था।
इस सीट के लिए बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों में कई स्थानीय नेताओं के नाम शामिल थे। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, बीजेपी की अनुसूचित जाति मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य और प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनिस सहित कई नेता इस दौड़ में शामिल थे। राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग 4 अक्टूबर को होगी। विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से बीजेपी प्रत्याशी की जीत करीब-करीब तय है। कांग्रेस ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा तो मुरुगन निर्विरोध चुन लिए जाएंगे।