राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा के विवादित बयान के समर्थन को लेकर 28 जून को कन्हैयालाल की दिनदहाड़े कट्टरपंथी दो मुस्लिम युवकों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गयी थी| इस जघन्य व निर्मम हत्या को लेकर पूरा जन समुदाय आक्रोशित हो गया था| जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था| मृतक कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था| सरकार की ओर से नियमों में सुधार कर सरकारी नौकरी दी गयी| पति खोने के बाद मां बेटों की भविष्य को लेकर घर से दही और गुड़ खिलाकर विदा किया|
बता दें कि कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद राजस्थान सरकार ने दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया था| राज्य सरकार ने दोनों के नियुक्ति पत्र तत्काल जारी किए थे| तरुण तेली को उदयपुर शहर के कोष कार्यालय में कनिष्ठ सहायक पद पर नियुक्ति किया गया है, जबकि यश को उदयपुर ग्रामीण कोष कार्यालय में कनिष्ठ सहायक लगाया गया है|अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले पिता की तस्वीर को नमन कर यश और तरुण घर से निकले|
गौरतलब है कि 28 जून को कन्हैयालाल की दिनदहाड़े दो मुस्लिम युवकों ने निर्मम हत्या कर दी थी| उस वक्त राजस्थान सरकार ने परिजनों की मदद के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी थी|राजस्थान सरकार ने कैबिनेट नियमों में संशोधन कर मृतक कन्हैयालाल के दोनों बेटों को नौकरी देने के फैसले पर मुहर लगाई थी|
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