पटना/दिल्ली। LJP चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विरोधियों पर इमोशनल अटैक किया है। चिराग पासवान ने कहा कि कुछ लोग हमारी पार्टी को उस वक्त भी तोड़ना चाहते थे, जब मेरे पिता अस्पताल में एडमिट थे। चिराग ने कहा, ‘तब मेरे पिता ने पार्टी के नेताओं से यह बात कही थी। उन लोगों में मेरे चाचा पशुपति नाथ पारस भी शामिल थे। कुछ लोग संघर्ष के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन हमें उससे गुजरना होगा। चिराग पासवान ने खुद को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद और संसदीय दल के नेता की जिम्मेदारी से हटाए जाने का भी विरोध किया। चिराग पासवान ने कहा, ‘सदन के नेता का चुनाव ससंदीय समिति का फैसला होता है। मौजूदा सांसद इस बारे में फैसला नहीं ले सकते।
मुझे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है। लेकिन पार्टी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष तभी हट सकता है, जब उसकी मौत हो गई हो या फिर उसने खुद इस्तीफा दे दिया हो।’ चिराग पासवान ने कहा कि यह सब कुछ एक साजिश के तहत किया गया है। उन्होंने कहा कि यह साजिश भी ऐसे वक्त में कई गई, जब मैं बीमार था। यहां तक कि मैंने अपने अंकल से संपर्क करने का भी प्रयास किया था, लेकिन बात नहीं हो सकी। चिराग ने कहा, ‘जब मेरे पिता और एक अन्य चाचा की मौत हो गई तो अपने अंकल (पशुपति पारस) की ओर देख रहा था… मैं तब अनाथ नहीं हुआ था, जब मेरे पिता गुजर गए थे। लेकिन आज जो हुआ है, उससे मैं अनाथ हो गया हूं।’