छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में अन्य जिलों की तुलना में सबसे ज्यादा सांप हैं। अन्य जिलों की तुलना में यहां सर्पदंश से मृत्यु दर अधिक है। यहां विभिन्न प्रजातियों के सांप बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब तक सांपों की 70 प्रजातियों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से कई बेहद जहरीले हैं। किंग कोबरा, करैत इस क्षेत्र में अधिक जहरीले सांप हैं। इसके साथ ही ग्रीन पीट वाइपर और सरीसृपों की अजीबोगरीब प्रजातियां – हरा गिरगिट, सतपुड़ा तेंदुआ छिपकली भी यहां पाई जाती है।
जशपुर जिले की फरसाबहार तहसील से सटे क्षेत्र को नाग लोक के नाम से जाना जाता है। यहां के कोटेबिरा धाम में नागलोक की कई कहानियां सुनाई जाती हैं। यहां के लोगों का मानना है कि कोटे बीरा धाम से नागलोक के लिए सीधा रास्ता है। लोग इस गुफा को नाग लोक का प्रवेश द्वार कहते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इस स्थान पर देवताओं का वास हुआ करता था। बाद में वे इसी गुफा से नागलोक चले गए।
नवरात्रि और शिवरात्रि के अवसर पर यहां विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। यहां बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार नाग पंचमी पर सपेरे द्वारा यहां के लोगों को सांपों की विभिन्न प्रजातियां दिखाई जाती हैं। यहां के लोग सर्पदंश के बाद इलाज से ज्यादा भूत भगाने पर ध्यान देते हैं, जिससे लोगों की मृत्यु दर में वृद्धि होती है।
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