मणिपुर के काकचिंग जिले में शनिवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने बिहार के दो प्रवासी श्रमिकों की गोली मारकर हत्या की । यह घटना काकचिंग-वाबागई रोड पर केइराक में पंचायत कार्यालय के पास हुई। इस घटना के पीछे कौन लोग थे और इनकी मंशा क्या थी अब तक सामने नहीं आया है। घटना पर मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह और बिहार के नितीश कुमार ने इन हत्याओं पर ने दुख जताते हुए, पीड़तों के परिवार के लिए सहायता राशी घोषित की है।
दरसल बिहार के गोपालगंज जिले के राजवाही गांव निवासी सुनालाल कुमार (18) और दशरथ कुमार (17) से यह दोनों मजदुर थे। दोनों मजदूर काकचिंग जिले के केइराक में कंस्ट्रक्शन का काम कर लौट रहे थे। दोनों मेइती प्रभुत्व के काकचिंग जिले में किराए के मकान में रहते थे। शाम करीब 5.20 बजे काकचिंग-वाबागई रोड पर केइराक में पंचायत कार्यालय के पास बहसे से घात लगाए बैठे ज्ञात बंदूकधारियों ने इन पर हमला किया। गोली लगने से दोनों की मौके पर ही मौत हुई। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
मजदूरों की हत्या की घटना पर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने दुख जताते हुए इसे बड़ी साजिश बताया है। प्रशासन को आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने एक्स से पोस्ट कर लिखा है, मैं मणिपुर के काकचिंग जिले में बिहार के युवा भाइयों, सुनालाल कुमार और दशरथ कुमार की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। आतंकवाद का यह कृत्य हमारे मूल्यों पर सीधा हमला है, और मेरी गहरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिवारों के प्रति हैं।
सीएम ने कहा, इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, हम इस संभावना को नजरअंदाज़ नहीं कर सकते कि यह भयानक अपराध हमारे राज्य को अस्थिर करने और इसे अराजकता की ओर धकेलने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।हमें इन विनाशकारी ताकतों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे भय और असुरक्षा पैदा करने में सफल न हों।
मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंग ने मृतक मजदूरों के परिवार के लिए ₹10 लाख की सहायता राशि की भी घोषणा की है। साथ ही इस हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मणिपुर में बिहार के दो प्रवासी श्रमिकों की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुये रविवार (15 दिसंबर) को मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
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बता दें की मणिपुर में कुकी फ्रंट के आतंकी सक्रीय है। समाज में तनाव पैदा कर, मणिपुर से भारत को अलग करने में लगी कुकी संगठनोंने कईबार सीआरपीफ और आर्मी जवानों को निशाना बनाने की कोशिश की है। मैतई-प्रभुत्व इलाकों में दहशत का माहौल निर्माण करने के लिए उग्रवादी हमलें कर रहें है, ऐसा दावा किया जा रहा है। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।