श्रीनगर में G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक सोमवार से शुरू होने जा रही है। भारत कश्मीर के श्रीनगर में 22 से 14 मई तक जी20 की बैठक का आयोजन करने जा रहा है। लेकिन शुक्रवार तक भी तीन देशों- चीन, तुर्की और सऊदी अरब ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। अधिकारियों ने पुष्टि की कि शेष देशों के प्रतिनिधियों ने तीन दिवसीय आयोजन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। हालांकि केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि पंजीकरण की प्रक्रिया 22 मई की सुबह तक जारी रहेगी।
वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वो विवादित क्षेत्र में ऐसी बैठकें आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन द्वारा जारी एक औपचारिक बयान में कहा गया है कि चीन विवादित क्षेत्र पर किसी भी प्रकार की जी20 बैठक आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है। कश्मीर में जी-20 बैठक के विरोध में चीन और पाकिस्तान हर बार साथ खड़े नजर आए। इस महीने की शुरुआत में चीन और पाकिस्तान दोनों ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए लंबे समय से चल रहे कश्मीर विवाद मुद्दे को उठाया था।
चीन के इस बयान पर भारत ने आपत्ति जताई है। भारत ने पड़ोसी देश को जवाब देते हुए कहा, वह अपने क्षेत्र में बैठकें आयोजित करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है। इससे पहले मार्च में जब अरुणाचल प्रदेश में जी-20 मीटिंग आयोजित की गई थी। तब भी चीन ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया था, तब पाकिस्तान ने चीन के इस बॉयकाट का समर्थन किया था।
एक तरफ जहां चीन और पाकिस्तान इस बैठक से दूरी बना रहे। वहीं कुछ देश और हैं जिन्होंने मीटिंग में शामिल होने की रजामंदी नहीं दी। मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि चीन के अलावा तुर्की और सऊदी अरब ने भी श्रीनगर में जी20 टूरिज्म ग्रुप की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है।
बता दें भारत के अलावा, G20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं। G20 मीटिंग को लेकर कश्मीर में हाई अलर्ट है। G20 की यह बैठक श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में होगी। इसमें करीब 100 डेलीगेट्स हिस्सा लेंगे। मीटिंग के मद्देनजर यहां हवा, पानी और जमीन सब जगह स्पेशल फोर्सेस की चौकस नजर है। भारतीय सेना के साथ ही BSF, CRPF, SSB और जम्मू-कश्मीर पुलिस को भी तैनात किया गया है।
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