इटावा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर करारा प्रहार किया। सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा, जो लोग ट्वीटर पर सीमित थे, उनसे कहना बबुआ ट्वीटर ही वोट भी दे देगा। सीएम ने इसके बाद माफिया और अपराधियों को लेकर चेतावनी दी। अभी माफियाओं पर बुलडोजर चल रहा है इसके बाद उनके सरपरस्तों का नंबर आएगा, बिना किसी का नाम लिए सीएम ने आगाह किया कि जिन्हें जेल में डाला जा रहा है उनसे हाथ मिलाने वालों की सरकार आई तो प्रदेश का क्या होगा? ऐसे लोगों के मंसूबों को समझना जरूरी है।
उन्होंने कहा, जो लोग संकट की घड़ी में घर के अंदर दुबक कर बैठ जाएं तो चुनाव में भी उनको घर में ही रहने की आवश्यकता है, उनको घर में ही दुबका देना. सीएम योगी ने कहा, जो संकट में आपके साथ खड़ा नहीं हो सकता है, आपके दुख में सहभागी नहीं हो सकता, वक्त आने पर उसी प्रकार जवाब देने की आवश्यकता है। सीएम योगी ने कहा कि आपने देखा होगा जिस अयोध्या में लोग जाने से डरते थे, रामभक्तों पर गोलियां चलाई जाती थी. आज उस अयोध्या में दीपोत्सव में लाखों-लाख दीपक चमक रहे हैं। जिस अयोध्या में पहले लोग जाने से डरते थे, आज अयोध्या में दीपोत्सव दुनिया की सबसे अच्छी दीपावली हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार जिस काम का शिलान्यास भी करती है और उद्घाटन, लोकार्पण करती है. नेता धोखा कर लें, तो जनता उसे लोकार्पण करने लायक नहीं रहने देती.इटावा में केन्द्रीय कारागार का उद्घाटन तथा विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद कहा कि भारत में 563 रियासतों को जोड़ने वाले सरदार पटेल जी की तुलना जिन्ना से की गई. देश तोड़ने वाले और हिन्दुओं का कत्लेआम करवाने वाले जिन्ना की तुलना महानायक सरदार पटेल जैसे महापुरुष से करने वाले जिन्नावादियों के मंसूबों को समझना होगा। अब चुनाव जिताकर अच्छे लोग भेजेंगे तो अच्छा कार्य भी होगा।
1.80 करोड़ छात्रों के खातों में भेजे 19 अरब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचारमुक्त व्यवस्था देने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) तकनीक का प्रयोग करके बेसिक स्कूल के 1.80 करोड़ छात्रों के अभिभावकों के खाते में 90.80 अरब रुपये भेजे हैं ताकि वे बच्चों के लिए। यूनीफार्म, जूते-मोजे खरीद सकें. 60 लाख शेष बच्चों के कहते में भी जल्द पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे. अब शिक्षकों को यह तय करना होगा कि बच्चे इन पैसों से यूनीफार्म, जूते-मोजे और बैग-बुक्स के साथ स्कूल आएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बच्चे इसका पालन न करें उनके अभिभावकों से संपर्क करके व्यवस्था को मजबूत करने का काम करें. बेसिक स्कूलों के छात्रों को सामान्य शिष्टाचार व साफ-सफाई को भी सिखाया जाए, क्योंकि संस्कारहीन शिक्षा कभी भी राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रद्रोह में अंतर नहीं कर पाएगी. प्रदेश में छह लाख से अधिक शिक्षक, अनुदेशक, शिक्षामित्र हैं, अगर यह जिम्मेदारी उठाएंगे तो यह सपना भी संभव हो सकता है।