आर्यन की गिरफ्तारी को सांप्रदायिक रंग देने पर महबूबा मुफ़्ती के खिलाफ केस

आर्यन की गिरफ्तारी को सांप्रदायिक रंग देने पर महबूबा मुफ़्ती के खिलाफ केस

नई दिल्ली।  मुंबई के ड्रग्स मामले को राजनीतिक दलों ने सियासी रूप देना शुरू कर दिया है। एक ओर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने के बाद इसका कनेक्शन बीजेपी से जोड़ दिया। तो, वहीं, अब महबूबा मुफ़्ती ने भी इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की है। उन्होंने शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि उपनाम ‘खान’ की वजह से उन्हें परेशान किया जा रहा है। इस पर दिल्ली के वकील विनीत जिंदल और अक्षिता ठाकुर ने महबूबा मुफ़्ती के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

दोनों वकीलों ने महबूबा मुफ्ती पर भड़काऊ और सांप्रदायिक बयान देने का आरोप लगाया है। दरअसल, मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में एक बयान देते हुए महबूबा मुफ्ती ने आर्यन खान के धर्म का हवाला दिया और इसकी तुलना लखीमपुर हिंसा जांच से की थी। दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने बताया कि उन्हें एक लिखित शिकायत मिली है। जिसमें कहा गया है, “यह एक उकसाने वाला बयान है जो समुदायों के बीच नफरत और अशांति पैदा करने का इरादा रखता है। उनका बयान स्पष्ट रूप से हमारे देश के मुस्लिम समुदाय को उकसाने के इरादे और कार्य को दर्शाता है, इस प्रकार यह हमारे देश की सुरक्षा, शांति और सद्भाव को खतरे में डाल सकता है और सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित कर सकता है।”

लिखित शिकायत में आगे लिखा गया है, “यह बिल्कुल स्पष्ट है कि वह मुस्लिम समुदाय को भड़काने के लिए विधिवत चुनी गई केंद्रीय एजेंसियों और हमारी जांच एजेंसियों के खिलाफ इन उकसाने वाले बयानों का इस्तेमाल कर रही हैं। यह उकसाने वाला बयान है जो समुदायों के बीच नफरत और अशांति पैदा करने का इरादा रखता है।” शिकायत में कहा गया है, मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी की अध्यक्ष हैं, इसलिए वह समुदाय को प्रभावित कर सकती हैं। इसपर जिंदल और ठाकुर ने राकेश अस्थाना से महबूबा मुफ्ती के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और ‘सख्त कानूनी कार्रवाई’ करने का अनुरोध किया है।
आर्यन खान की गिरफ्तारी की तुलना केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष से करते हुए मुफ्ती ने कहा था कि धार्मिक समुदाय को विशेष रूप से भाजपा अपने मूल वोट बैंक को साधने किए टारगेट कर रहा है। बता दें, आर्यन खान और सात अन्य को एनसीबी ने ड्रग रखने और लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मुफ्ती ने ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘केंद्रीय एजेंसियां 23 साल के बच्चे के पीछे सिर्फ इसलिए है, क्योंकि उसका उपनाम ‘खान’ है।’ यही, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक भी इस घटना को बीजेपी से जोड़ कर सियासी रंग देने की कोशिश की, लेकिन एनसीबी ने उनके आरोपों को बेबुनियाद और झूठा बताया।

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