सीतापुर। लखीमपुर हिंसा के बाद मचे बवाल के बीच लखीमपुर जाने की जिद पर अड़ी कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में रखा गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ हरियाणा कांग्रेसी नेता दीपेंद्र हुड्डा और यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू सहित कुल 11 लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी चार अक्टूबर की सुबह साढ़े चार बजे की गई थी। गिरफ्तारी के बाद उन्हें सीतापुर में पीएसी बटालियन के गेस्ट हाउस में रखा गया है। इस गेस्ट हाउस को उनके लिए अस्थाई जेल बनाया गया है। प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपना गुस्सा जताया है। पी चिदम्बरम ने कहा कि यह पूरी तरह गैरकानूनी और बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को सर्योदय से पहले साढ़े चार बजे एक पुरुष पुलिस अधिकारी द्वारा गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उन्हें अभी तक किसी ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने नहीं पेश किया गया। उन्होंने कहा कि बिल्कुल कानून के खिलाफ है। सीतापुर पीएसी गेस्ट हाउस के बाहर कांग्रेसियों ने मंगलवार को भी प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी बहस भी हुई।
बता दें कि लखीमपुर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए हिंसा में आठ किसानों की जान चली गई। योगी सरकार ने मारे गए किसानों को को 45 लाख और नौकरी देने का ऐलान किया है। वहीं घायलों को दस लाख रुपए दिए जायेंगे।
बता दें कि लखीमपुर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए हिंसा में आठ किसानों की जान चली गई। योगी सरकार ने मारे गए किसानों को को 45 लाख और नौकरी देने का ऐलान किया है। वहीं घायलों को दस लाख रुपए दिए जायेंगे।