लखनऊ। सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी पहने सब इंस्पेक्टर का एक वीडियो वायरल हो रहा है। खास बात यह है कि यह सब इंस्पेक्टर असली नहीं बल्कि नकली है और उत्तर प्रदेश के एटा कोतवाली नगर क्षेत्र में ठंडी सड़क पर फर्जी आई कार्ड के साथ मोटर साइकिल के कागजात चेक कर रहा था। यह फर्जी सब इंस्पेक्टर एक युवक को बेल्ट से पीटता नजर आ रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद यूपी पुलिस ने फर्जी पुलिस को अरेस्ट कर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, इस घटना का मकसद यूपी पुलिस को बदनाम करना था, लेकिन, समय रहते उसे गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि पुलिस ने यह नहीं बताया कि किसके कहने पर यह युवक इस घटना को अंजाम दिया।
अलीगढ़ मंडल के डीआईजी ने बताया कि ये पुलिस का सब इंस्पेक्टर नही छद्मवेश में विवेक यादव नाम का व्यक्ति था जो कि अलीगढ़ के थाना गांधीपार्क क्षेत्र का रहने वाला है। इसने पुलिस विभाग और प्रशासन की छवि को बदनाम करने के लिए ये कार्य किया है। डीआईजी ने बताया कि इसके पीछे अलीगढ़ में ही तैनात एक दरोगा का हाथ है। उसने ही इसकी वर्दी खुर्शीद टेलर, रशद गंज, से सिलवाकर इसको दी थी।
उस दरोगा को भी अरेस्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जो भी लोग होंगे उनके खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि आगे से पुलिस का पीएनो नंबर दिखाकर ही कोई पुलिस की वर्दी टेलर से सिलवा सके। एटा एसएसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के लिए कितने लोग शामिल इसका पता नहीं लेकिन इसके रैकेट में शामिल सभी लोगों की तलाश की जा रही है। हालांकि एक फर्जी दरोगा गिरफ्तार किया गया है।
उस दरोगा को भी अरेस्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जो भी लोग होंगे उनके खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि आगे से पुलिस का पीएनो नंबर दिखाकर ही कोई पुलिस की वर्दी टेलर से सिलवा सके। एटा एसएसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के लिए कितने लोग शामिल इसका पता नहीं लेकिन इसके रैकेट में शामिल सभी लोगों की तलाश की जा रही है। हालांकि एक फर्जी दरोगा गिरफ्तार किया गया है।