नई दिल्ली। 26 जनवरी को किसान प्रदर्शन के दौरान लाल किला परिसर में हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कई हैरान करने वाले दावे किए गए हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने लाल किले पर कब्जा करने की योजना बनाई थी और इसे एक नया प्रदर्शन स्थल में तब्दील करने की साजिश थी। मोदी सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से 26 जनवरी की तारीख चुनी। पुलिस ने 3,224 पेज की अपनी चार्जशीट में लाल किले पर हुई हिंसा को पूर्व नियोजित बताया है। बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में कई जगह हिंसा की आग भड़की थी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने चार्जशीट को लेकर कहा कि योजना के अनुसार किसान बड़ी संख्या में लाल किले में दाखिल हुए और घंटों परिसर में रहे।
किसान लाल किले पर कब्जा करना चाहते थे और इसे एक नया प्रदर्शन स्थल बनाना चाहते थे। चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि प्रदर्शनकारी किसानों ने दुनियाभर में मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए 26 जनवरी का विकल्प चुना। लाल किला हिंसा की चार्जशीट पर दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने आगे कहा कि इसके लिए नवंबर-दिसंबर में योजना बनाई गई क्योंकि हरियाणा और पंजाब में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर खरीदे गए। दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में इससे संबंधित डेटा भी अटैच किया है। दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर लाल किला हिंसा से जुड़े मामले में चार्जशीट दाखिल की है और इसमें अभिनेता से कार्यकर्ता बने दीप सिद्धू और अन्य को आरोपी बनाया गया है। चार्जशीट 17 मई को तीस हजारी में एक मजिस्ट्रेट के समक्ष दायर की गई थी। अब इस पर 28 मई को सुनवाई होगी।