आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप 3 अक्टूबर से शुरू होगा|इस टूर्नामेंट में 10 टीमें हिस्सा लेंगी| 17 दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 23 मैच खेले जाएंगे| लीग मैच 3 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक खेले जाएंगे| फिर प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। सेमीफाइनल 17 और 18 अक्टूबर को खेले जाएंगे। इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच 20 अक्टूबर को होगा| ग्रुप ए में ऑस्ट्रेलिया, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं। ग्रुप बी में बांग्लादेश, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज हैं।
इस प्रतियोगिता की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन अब ये प्रतियोगिता होगी या नहीं इस पर संशय बना हुआ है| क्योंकि यह प्रतियोगिता बांग्लादेश में आयोजित की जाएगी| बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए इस देश में टूर्नामेंट का आयोजन मुश्किल लग रहा है| इसलिए, इस प्रतियोगिता को अस्थायी रूप से स्थगित करना पड़ सकता है या किसी अन्य देश में आयोजित करना पड़ सकता है, ऐसा खेल प्रेमी का कहना है। क्योंकि बांग्लादेश में हालात इतने खराब हैं कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को भागना पड़ा है|
बांग्लादेश में आगजनी की घटनाएं जारी हैं|हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं|साथ ही सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है| प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के दफ्तर में भी आग लगा दी है| इसलिए इसमें कोई शक नहीं कि ये आंदोलन और गरमाएगा|नौकरी में आरक्षण हटाने और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी आक्रामक हो गए हैं। इस हिंसा में अब तक 19 पुलिसकर्मी और 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है| सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं| हिंसक हालात को देखते हुए देश में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है| इंटरनेट के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है|
बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए बीएसएफ ने सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है| बांग्लादेश के हालात को देखते हुए भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है| इन सब हालातों से टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है| बांग्लादेश को छोड़कर बाकी टीमों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? अगर यही स्थिति रही तो कुछ देश बांग्लादेश में होने वाले टूर्नामेंट से हट सकते हैं। इस प्रतियोगिता के लिए अब सिर्फ 60 दिन बचे हैं|
राजनीतिक उथल-पुथल के कारण सुरक्षा का मुद्दा सामने आएगा। दूसरी ओर, प्रधानमंत्री शेख हसीना के भाग जाने को देखते हुए सेना ने सत्ता पर कब्ज़ा करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं| पाकिस्तान की तरह अब बांग्लादेश में भी ऐसी ही स्थिति पैदा हो सकती है|
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