दिल्ली के रोहिणी जिले में गत दिनों सीआरपीएफ स्कूल के बाहर धमाके को यही लेकर जांच एजेंसियों ने एक नया व चौकाने वाला खुलासा किया है|सुरक्षा एजेंसियां अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए धमाके में नक्सलियों की भूमिका की जांच कर रही है।
जांच एजेंसियों ने आशंका जताई है कि दिल्ली के सीआरपीएफ स्कूल क्षेत्र में हुए धमाके के पीछे नक्सलियों का हाथ हो सकता है|उनके अनुसार सीआरपीएफ की ओर छत्तीसगढ़ में चलाये जा रहे अभियान के खिलाफ घटना को अंजाम दिया गया है|मामले को गंभीरता से लेते हुए सीआरपीएफ की जांच टीम घटनास्थल पर पहुंची|टीम ने वहां पर बारीकी से जांच – पड़ताल की|पुलिस अधिकारीयों का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियां सभी पहलुओं से जांच कर रही है|
बता दें कि सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र से 2026 तक माओवादी समस्या को समाप्त करने की घोषणा भी की है। ऐसे में माना जा रहा है कि धमाके के पीछे नक्सलियों का भी हाथ हो सकता है। जिस जगह पर धमाका हुआ है, वहां सीआरपीएफ स्कूल के अलावा लांसर स्कूल भी है। ऐसे में सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाका होने से सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से धमाके को अंजाम दिया गया है, इससे लग रहा है कि धमाके के जरिये नक्सली अपनी मौजूदगी का अहसास करना चाहते थे। सीआरपीएफ की टीम छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर, नारायणपुर और दंतेवाड़ा में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। पिछले चार माह में अभियान को काफी तेज कर दिया गया है और इस दौरान 88 नक्सलियों को मार गिराया गया है।
सीआरपीएफ की टीम ने सुरक्षा एजेंसियों की ओर से घटनास्थल से उठाए गए नमूने के बारे में जानकारी भी हासिल की है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक जांच टीम सभी पहलुओं की जांच कर रही है। और मौके से मिले साक्ष्य के अनुसार जांच टीम आगे बढ़ रही है।
यह भी पढ़ें-
Bomb Threat: इंडिगो-विस्तारा और एयर इंडिया अलर्ट, 30 विमानों को उड़ाने की धमकी!