रूस-यूक्रेन युद्ध के एक माह से अधिक जारी होने के कारण वैश्विक अर्थ व्यवस्था पर सबसे बुरा असर पड़ता दिखाई दे रहा है| वही देश में पिछले कई दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छूता दिखाई दे रहा है| 14 दिनों में पेट्रोल की कीमत 8.40 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ चुकी हैं|
ऐसे में सस्ते पेट्रोल की उम्मीद करना दिवास्वप्न लग रहा है| इसके बावजूद सरकार ऐसी व्यवस्था करने जा रही है, जिससे आने वाले वक्त में सस्ता पेट्रोल मिल सकता है| इसे लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री ने बड़ा बयान दिया है|
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ कर दिया है कि देश को डिस्काउंट पर फ्यूल चाहिए| रूस के ऑफर के बाद से ही भारत ने सस्ता तेल खरीदना शुरू कर दिया है और भारत, रूस से कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की खरीद जारी रखेगा|
इस बीच वित्त मंत्री ने कहा कि हमने रूसी तेल खरीदना शुरू कर दिया है और कम से कम 3 से 4 दिनों के लिए तेल खरीदा है| उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी ऊर्जा सुरक्षा और अपने देश के हित को सबसे पहले रखूंगी| उन्होंने कहा कि यूरोप ने रूस से एक महीने पहले की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा तेल और गैस खरीदी है|
हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि मुझे लगता है कि देशों के लिए बाजार में जाना और यह देखना स्वाभाविक है कि उनके लोगों के लिए क्या अच्छे सौदे हैं| ब्रिटिश विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस की मौजूदगी में दिया|
जयशंकर को जवाब देते हुए ट्रस ने कहा कि ब्रिटेन रूस से रियायती तेल खरीदने के भारत के फैसले का सम्मान करता है|उन्होंने कहा कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है और मैं भारत को यह बताने नहीं जा रही हूं कि उसे क्या करना है|
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