फिल्म आदिपुरुष को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। फिल्म के संवाद और ग्राफिक्स को लेकर लगातार बवाल बढ़ता ही जा रहा है। वहीं हाल ही में फिल्म के मेकर्स को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी फटकार लगाई। हालांकि जहां एक तरफ फिल्म का विरोध एचपी रहा है तो चगिन दूसरी और 1987 में दूरदर्शन पर प्रसारित रामानन्द सागर का सीरियल रामायण को लेकर चर्चा ने जोर पकड़ा है।
हालांकि आज जब रामायण की बात हो ही रही है तो, इस कार्यक्रम से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलुओं पर। 80 के दशक में जब रामायण धारावाहिक टीवी पर आया तो इसके साथ ही कई स्पेशल इफेक्ट्स भी देखने को मिले, जैसे हनुमान का संजीवनी बूटी लाना और पुष्पक विमान का उड़ना। पांच महाद्वीपों में दिखाई जाने वाली रामायण को विश्व भर में 65 करोड़ से ज्यादा लोगो ने टीवी पर देखा। कार्यक्रम में राम, सीता और लक्ष्मण के अलावा अन्य किरदारों ने शानदार अभिनय कर रामायण में अपनी भूमिका को जीवंत कर दिया था। हर हफ्ते रामायण के ताजा एपिसोड के कैसेट दूरदर्शन के दफ्तर भेजे जाते थे। कई बार तो ये कैसेट प्रसारण के आधे घंटे पहले भी पहुंचे। रामायण की शूटिंग लगातार 550 से ज्यादा दिनों तक चली थी।
वहीं रामायण बनाने के बाद रामानंद सागर को कानूनी लड़ाई तक लड़नी पड़ी थी। दरअसल यह उस समय की बात है, जब दूरदर्शन में हर धारावाहिक 13 एपिसोड का होता था। ऐसे में रामायण को 78 एपिसोड्स की मंजूरी मिली थी, लेकिन जब यह शो हिट हुआ तो लोगों ने इस में लव कुश की कहानी दिखाने की मांग की, जिसके लिए रामानंद सागर तैयार नहीं थे। उनका मानना था कि उनकी कहानी बताएंगे, तो उसके लिए एक काल्पनिक कथा होगी और हुआ भी यही। जनता के अपील पर रामानंद सागर ने उत्तरकाण्ड नामक कार्यक्रम प्रसारित किया इसमें लव कुश की कहानी प्रसारित होने के बाद शो से जुड़े कई तरह के विवाद सामने आए, जिसके लिए रामानंद सागर को 10 साल तक कोर्ट में केस लड़ना पड़ा।
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