यूपीआई न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में सनसनी बन गया है। भारत ने वह कर दिखाया जो विकसित देश नहीं कर सके। भारत ने डिजिटल भुगतान मोड में क्रांति ला दी है। भारत ने सुरक्षित और त्वरित भुगतान करने के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI पेमेंट) बनाया है। उसके आधार पर अब गली से लेकर दिल्ली तक कहीं भी आसानी से पैसा भेजा जा सकता है| सड़क पर सब्जी बेचने वालों से लेकर सात सितारा होटलों तक में क्यूआर कोड का जमाना आ गया है।
इसे स्मार्ट फोन में ऐप के जरिए स्कैन करके भुगतान किया जा सकता है। अब इस पद्धति के कई विकल्प आजमाए जा रहे हैं। भारत ने भी डिजिटल मुद्रा के साथ प्रयोग शुरू कर दिया है। यह प्रयोग इस साल की शुरुआत से ही चल रहा है|अब ई- रुपया के जरिए यूपीआई भुगतान की सुविधा प्रदान की गई है। कुछ बैंकों ने इसके लिए पहल की है|
इन बैंकों की पहल: देश के कई बड़े बैंकों ने यह सुविधा दी है| भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), एचडीएफसी बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) जैसे बैंकों ने ई-रुपया आधार पर यूपीआई भुगतान सुविधा प्रदान की है। इसे इंटरऑपरेबिलिटी कहा जाता है| दावा किया जा रहा है कि यह यूजर फ्रेंडली सुविधा है। UPI QR कोड को स्कैन करके भुगतान किया जा सकता है।
क्या है ई-रुपया: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022-23 में ई-रुपया या डिजिटल रुपया लॉन्च करने की घोषणा की थी| इसका मतलब है कि हम अपनी जेब में जो नोट रखते हैं उसकी जगह डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करें। भारतीय रिजर्व बैंक के सेंट्रल बैंक ऑफ डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) ने इस मुद्रा को इलेक्ट्रॉनिक रूप में लॉन्च किया है। मुद्रा दो प्रकार की होती है डिजिटल रुपया थोक और डिजिटल रुपया रिटेल। इसका प्रयोग इसी प्रकार किया जाता है।
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