तुर्की, सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से पीड़ितों की संख्या अब 24 हजार के पार पहुंच गई है। इसके अलावा घायल नागरिकों की संख्या भी हजारों में है। ऐसे में मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। क्योंकि, जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, वैसे-वैसे मलबे के नीचे जिंदा इंसान के मिलने की उम्मीद धूमिल होती जा रही है। कल देर रात तक, तुर्की को छोड़कर युद्धग्रस्त सीरिया में 3,300 से अधिक नागरिक मारे गए थे।
इस बीच, तुर्की के इसकेँदेरून में बचावकर्मियों ने शुक्रवार सुबह करीब 101 घंटे तक मलबे में दबे छह लोगों को बचाया। बचावकर्मी मूरत बेगुल ने कहा कि ढही इमारत के मलबे में एक छोटी सी जगह में एक साथ दबकर छह लोग बच गए। ये छह लोग आपस में रिश्तेदार हैं। गाजियांटेप शहर में एक इमारत के मलबे से एक किशोर को निकाले जाने के बाद माता-पिता खुशी से झूम उठे।
जैसे-जैसे लोगों के बचने की उम्मीद खत्म होती जा रही है, वैसे-वैसे ऐसी घटनाओं से बचाव दलों का बचाव कार्यों के लिए उत्साह बढ़ता जा रहा है। इस भूकंप से तुर्की-सीरिया के 1 करोड़ 35 लाख से ज्यादा नागरिक प्रभावित हुए हैं। कुछ शहरों की सड़कों पर कंबल, कालीन और कपड़ों में लिपटे शव पड़े रहते हैं। मुर्दाघरों और शवदाहगृहों पर भी दबाव बढ़ गया है। इस क्षेत्र में तापमान हिमांक बिंदु से नीचे है।
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