बिहार के कटिहार में पुलिस द्वारा उग्र भीड़ पर फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद लोगों ने जमकर बवाल काटा और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इलाकों में तनाव बना हुआ है। जबकि पुलिस का कहना है भीड़ ने पुलिस कर्मियों और बिजली कर्मियों पर हमला कर दिया था जिसमें एक दर्जन पुलिसकर्मी और बिजली कर्मचारी घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
यह घटना कटिहार जिले के बारसोई थाना क्षेत्र की है। बताया जा रहा है कि यहां के बिजली विभाग के रवैये से गुस्साए लोगों ने बिजली विभाग के प्रखंड मुख्यालय का भीड़ ने घेराव किया। भीड़ ने मुख्य रास्ते को बंद कर दिया और उग्र हो गए। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और लोगों को तीतर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पुलिस की इस कार्रवाई से भीड़ और उग्र हो गई। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिस ने इस दौरान अपने बचाव में फायरिंग की जिसमें तीन युवक घायल हो गए। इसमें एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस घटना की बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने निंदा की है। उन्होंने आरोप लगाए कि बिहार सरकार लोगों की आवाज लाठी और बंदूक के बल पर दबा रही है। उन्होंने कहा कि इसी तरह 13 जुलाई को भी बीजेपी नेताओं पर पुलिस ने लाठियां भांजी थी। हालांकि सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। कटिहार के जिलाधिकारी रवि प्रकाश ने बताया कि इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है।
कटिहार के जिलाधिकारी रवि प्रकाश ने बताया कि इस घटना में दो लोगों के मरने की सूचना है। स्थानीय पुलिस के अनुसार मरने वालों में खुर्शीद आलम और सोनू कुमार का नाम शामिल है। वहीं इस घटना में कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं।
ये भी पढ़ें
विपक्ष के “INDIA” को PM ने धोया, कहा-QUIT INDIA का दिया नारा
सांगली, कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति : अलमाटी बांध खोला गया!
राजस्थान के सीकर में PM मोदी ने बताया कांग्रेस का मतलब, जाने क्या कहा…..