अभिनेता मोहनलाल को मई 2009 में भारतीय टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि दी गई थी। तब से वे निरंतर भारतीय सेना से भावनात्मक रूप से जुड़े रहे हैं और अनुशासन, सेवा एवं राष्ट्र गौरव के आदर्शों को अपने जीवन में उतारते रहे हैं।
वर्ष 2024 में वायनाड में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान उन्होंने स्वयं राहत कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई थी, जिससे उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता और मानवता के प्रति समर्पण स्पष्ट हुआ।
सिनेमा जगत से परे, लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) मोहनलाल सामाजिक उत्थान के कार्यों में भी अग्रणी रहे हैं। उनके विश्व शांति फाउंडेशन के माध्यम से देशभर में शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, पर्यावरण संरक्षण और कल्याण से जुड़ी अनेक योजनाएं सफलतापूर्वक चलाई जा रही हैं।
चार दशकों से अधिक लंबे अपने फिल्मी करियर में मोहनलाल ने 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है, जिनमें मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी जैसी प्रमुख भाषाओं की फिल्में शामिल हैं। उनकी अदाकारी ने न केवल भारतीय सिनेमा को समृद्ध किया है, बल्कि करोड़ों दर्शकों के दिलों में विशेष स्थान बनाया है।
मोहनलाल को अब तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है, जिनमें पद्मश्री (2001), पद्मभूषण (2019), और दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (2025) शामिल हैं।
मोहनलाल ने कहा कि आज मुझे सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी द्वारा सेना मुख्यालय में सातों सैन्य कमांडरों की उपस्थिति में सेना प्रमुख प्रशंसा पत्र से सम्मानित किए जाने का गौरव प्राप्त हुआ। एक मानद लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में यह क्षण मेरे लिए गर्व और कृतज्ञता से भरा है। उन्होंने कहा, “मैं जनरल उपेंद्र द्विवेदी, भारतीय सेना, और टेरेटोरियल आर्मी की अपनी यूनिट का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।”
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