एफआईआई की बिकवाली में आई कमी, अगली तिमाही से होगा सुधार: एक्सपर्ट्स

एफआईआई की बिकवाली में आई कमी, अगली तिमाही से होगा सुधार: एक्सपर्ट्स

FII selling has reduced, there will be improvement from the next quarter: Experts

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली मार्च की शुरुआत से जारी है, लेकिन हाल के दिनों में इसमें धीमापन देखा गया है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर बाजार में वैल्यूएशन तर्कसंगत होने के कारण यह गिरावट थमी है और अगली तिमाही से सुधार की उम्मीद है।

बिकवाली में गिरावट, निवेशकों को राहत:

मार्च में अब तक एफआईआई ने 30,015 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची है। वहीं, कैलेंडर वर्ष 2025 में अब तक कुल 1,42,616 करोड़ रुपये की इक्विटी बिकवाली हो चुकी है। हालांकि, बाजार के जानकारों का कहना है कि डेट कैटेगरी में एफआईआई शुद्ध खरीदार बने हुए हैं।

इस महीने अब तक विदेशी निवेशकों ने 7,029 करोड़ रुपये का निवेश डेट मार्केट में किया है। विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका और अन्य देशों के बीच व्यापार युद्ध बढ़ने से वैश्विक अस्थिरता बढ़ी है, जिससे निवेशक अधिक सुरक्षित संपत्तियों जैसे कि गोल्ड और डॉलर की ओर रुख कर रहे हैं।

अगली तिमाही में स्थिरता की उम्मीद

केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड के इक्विटी प्रमुख श्रीदत्त भंडवालदार ने बताया कि एफआईआई ने पिछले तीन महीनों में 15-20 अरब डॉलर की निकासी की है।

उन्होंने कहा, “अगली तिमाही में एफआईआई निवेश स्थिर होने की संभावना है और धीरे-धीरे यह सकारात्मक हो सकता है। हालांकि, इसके लिए भारतीय बाजार में आय (अर्निंग्स) में पर्याप्त सुधार दिखना जरूरी होगा।”

बाजार की मौजूदा स्थिति

निफ्टी सूचकांक का मूल्यांकन पहले से ही 10 साल के औसत से नीचे आ चुका है। बीते सप्ताह भारतीय शेयर बाजार सीमित दायरे में रहा और हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ। रेलिगेयर रिसर्च के एसवीपी अजित मिश्रा ने कहा, “बाजार साप्ताहिक आधार पर सीमित रेंज में रहा और हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ। बड़े शेयरों में बिकवाली के कारण निफ्टी 22,397.20 पर बंद हुआ।”

बीते सप्ताह बैंकिंग सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। खासकर रियल्टी, ऑटो और मेटल इंडेक्स में बड़ी गिरावट देखी गई। मिश्रा के अनुसार, “निफ्टी के लिए 22,250-22,650 की रेंज काफी महत्वपूर्ण है और यहां से एक बड़ा ब्रेकआउट होने की उम्मीद है। ऐसे बाजार में निवेशकों को सोच-समझकर शेयर चुनने की रणनीति अपनानी चाहिए।” विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय बाजार में अगले कुछ महीनों में स्थिरता आएगी। निवेशकों को लंबी अवधि के नजरिए से मजबूत कंपनियों में निवेश करने की सलाह दी जा रही है।

यह भी पढ़ें:

एआर रहमान को सीने में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती, डॉक्टरों की निगरानी में इलाज जारी!

सीएम रेवंत रेड्डी का विवादित बयान: ‘आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों को नंगा करके पीटा जाएगा’

पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी अबू कताल मारा गया, राजौरी और रियासी हमलों में था शामिल!

Exit mobile version