जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में आज यानी सोमवार, 22 मई से जी-20 की बैठक शुरू होने जा रही है। जी20 के प्रतिनिधि श्रीनगर हवाईअड्डे पर उतर चुके हैं। उन्हें स्वागत स्मृति चिन्ह दिया गया और उसके बाद स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा लाइव संगीत और पारंपरिक नृत्य की झलक दिखाई गई। तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में जी-20 सदस्य राष्ट्रों में 17 और आमंत्रित अतिथि देशों में से आठ राष्ट्रों समेत कुल 25 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कश्मीर घाटी में वर्ष 1986 के बाद यह अपनी तरह का पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय आयोजन है।
लाल चौक समेत शहर के कई इलाकों में एनएसजी कमांडो ने डेरा डाल रखा है। डल झील के किनारे बुलवर्ड रोड पर तीन दिनों तक यातायात प्रतिबंधित रहेगा। इस बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से लेकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) तक अलर्ट है। जबकि सीमावर्ती जिले कठुआ, सांबा, जम्मू, राजोरी, पुंछ, बारामुला, कुपवाड़ा व बांदीपोरा में आईबी व एलओसी पर जवानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। समारोह स्थल के आठ किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया है।
दरअसल भारत की कोशिश है कि इस आयोजन के जरिए दुनिया को कश्मीर की सुंदरता से रूबरू कराया जाए। भारत इस साल जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता रहा है। अब तक आतंकवाद के कारण बदनाम रही कश्मीर घाटी में हो रहे इस आयोजन पर पूरी दुनिया की नजर है। वहीं जी20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन शृंगला ने कहा है कि यह जम्मू-कश्मीर में होने वाला सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है। पहले की दो बैठकों की तुलना में इस कार्य समूह की बैठक में हमारे पास विदेशी प्रतिनिधियों का उच्चतम प्रतिनिधित्व है।
जी-20 में शामिल होने वाले प्रतिनिधि परी महल, चश्माशाही तथा मुगल गार्डन का दौरा करेंगे। इसके साथ ही वे पोलो व्यू मार्केट का भी दौरा करेंगे जिसका हाल ही में जीर्णोद्धार किया गया है। केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन को उम्मीद है कि इस आयोजन से यहां की पर्यटन क्षमता-स्थायी पर्टन , एडवेंचर टूरिज्म, फिल्म और इको-टूरिज्म को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय युवाओं के लिए अवसरों के कई रास्ते खुलेंगे। साथ ही जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी।
ये भी देखें
आज ऑस्ट्रेलिया पहुंचेंगे पीएम मोदी, कई मुद्दों पर होगी चर्चा
पापुआ न्यू गिनी के PM Marape ने PM मोदी का छुआ पैर, देखें वीडियो
PM मोदी के फैन हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, कहा आपका ऑटोग्राफ चाहिए
अध्यादेश के बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जाने क्यों ?