बिहार के छपरा में रहने वाले सुधीर मिश्रा उर्फ बुलबुल मिश्रा स्टार्टअप के नाम पर बेरोजगार युवाओं को 15 मिनट के अंदर एटीएम तोड़ने का प्रशिक्षण देते हैं। हालांकि यूपी पुलिस को इसका पता तब चला, जब उन्होंने लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में एक एटीएम से 39.58 लाख रुपये चोरी करने के आरोप में चार युवकों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके कब्जे से 9.13 लाख रुपये बरामद किए हैं। पुलिस अब गैंग के सरगना सुधीर मिश्रा की गिरफ्तारी में जुट गई है।
वहीं पकड़े गए नीरज ने सुधीर के बारे में कई खुलासे किए हैं। उसने सुधीर से ही ATM को तोड़ने की ट्रेनिंग ली थी। वह बेरोजगार युवाओं को उत्तर प्रदेश से छपरा लाता है। फिर तीन महीने का ATM क्रैश कोर्स कराता है, जिसमें नई तकनीक से ATM को तोड़ना सिखाया जाता है। ATM बूथ में लगे कैमरों पर मिस्टी लिक्विड स्प्रे किया जाए। इसके बाद 15 मिनट के अंदर ATM का कैश बॉक्स काटकर बच निकलकर भाग जाए। इसके लिए ये चोर हाईवे किनारे के वैसे ATM को निशाना बनाते थे, जहां गार्ड नहीं होते थे। दी गई ट्रेनिंग के बाद 15 मिनट या उससे कम समय में काम पूरा करने वाले लोगों को ही फील्ड पर भेजा जाता था।
सुधीर के इस ग्रुप को ATM बाबा गिरोह के नाम से जाना जाने लगा है। यूपी पुलिस ने मामले में सुधीर के साथ-साथ उसकी पत्नी रेखा मिश्रा को भी आरोपी बनाया है। रेखा रिविलगंज के मोहब्बत परसा पंचायत की 2 बार से मुखिया है। सुधीर के बारे में अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं। वह बिहार पुलिस का बर्खास्त सिपाही है। उसके पिता भी पुलिस में थे। पिता की हत्या के बाद उसे अनुकंपा पर नौकरी मिली थी। करीब 10 साल की सर्विस में उस पर फ्रॉड के कई आरोप लगे। फिर उसे बर्खास्त कर दिया गया। बुलबुल मिश्रा कई बार जेल जा चुका है। ग्रैजुएट तक की पढ़ाई करनेवाले बुलबुल मिश्रा का गिरोह बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ कई राज्यों तक वारदातों को अंजाम देता रहा है। साइबर क्राइम से लेकर ATM फ्रॉड, मूर्ति चोरी और हत्या में भी नाम शामिल रहा है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एटीएम चोरी के आरोपियों का पता लगाने के लिए यूपी पुलिस ने एक हजार सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डेटा और लखनऊ के आसपास के 20 से अधिक टोलों की जांच की। पुलिस ने कहा कि देश भर में पिछले एक साल में गैंग द्वारा ऐसे 30 से अधिक मामले किए गए हैं।
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