संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यकर्ताओं ने गाजा में लगातार बिगड़ते हालात पर गंभीर चिंता जताते हुए चेतावनी दी है कि अगर ईंधन की नाकाबंदी जल्द नहीं हटाई गई, तो जल संकट और चिकित्सा सेवाओं के ठप पड़ने से बच्चों समेत और ज्यादा लोगों की मौतें होंगी।
गाजा में ईंधन संकट के बीच पीने के पानी की आपूर्ति पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वय कार्यालय (OCHA) ने जानकारी दी कि गैर-सैन्यीकृत सहायता वितरण स्थलों और इजरायली अधिकृत मार्गों के पास हो रही घातक गोलीबारी से सहायता प्राप्त करने की कोशिश कर रहे लोग जान गंवा रहे हैं।
OCHA ने इजरायल से मांग की है कि वह गाजा के उत्तर और अन्य हिस्सों में पर्याप्त मात्रा में ईंधन की आपूर्ति की अनुमति दे, क्योंकि अगर जीवन रक्षक सेवाएं बंद हो गईं तो हालात और भयावह हो जाएंगे। यूनिसेफ (UNICEF) ने बताया कि अगर 100 दिन से चल रही ईंधन की नाकाबंदी खत्म नहीं की गई, तो बच्चे प्यास से मर सकते हैं। गाजा में जल उत्पादन, उसका शोधन और वितरण पूरी तरह ईंधन पर निर्भर है, और मौजूदा हालात में यह तंत्र तेजी से चरमरा रहा है।
यूनिसेफ के अनुसार, मई में कुपोषण के शिकार बच्चों की भर्ती अप्रैल की तुलना में 50% बढ़ गई, जो साफ दर्शाता है कि पीने के साफ पानी की तत्काल जरूरत है। OCHA ने बताया कि गाजा के दक्षिणी हिस्से में राफा क्रॉसिंग के जरिए सीमित मात्रा में ईंधन पहुंचाया गया है, जिससे कुछ राहत मिली है, लेकिन अगर जल्द और ईंधन नहीं आया, तो ये सेवाएं भी बंद हो जाएंगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि पूरे गाजा में मानसिक स्वास्थ्य संकट भी तेजी से गहराता जा रहा है। बच्चों की देखभाल करने वालों ने बताया कि खाद्य संकट और असुरक्षा के चलते बच्चे गंभीर मनोवैज्ञानिक तनाव में हैं।
गाजा सिटी, देयर अल-बलाह और खान यूनिस के विस्थापन शिविरों में 1,000 से अधिक बच्चों को मानसिक समर्थन देने के लिए सत्र आयोजित किए गए। साथ ही 2,000 से अधिक देखभालकर्ताओं को मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं दी गई हैं।
OCHA के अनुसार, इजरायली सेना की ओर से एक और विस्थापन आदेश जारी किया गया है, जबकि गाजा में आश्रय सामग्री की आपूर्ति पूरी तरह ठप है। खान यूनिस में स्थानीय संगठनों ने खाद्य शिपमेंट के पैकेजिंग लकड़ी का उपयोग कर अस्थायी शिविरों का पुनर्निर्माण किया है।
मानवाधिकार संगठनों और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने इजरायल और वैश्विक समुदाय से अपील की है कि जल्द से जल्द ईंधन आपूर्ति बहाल की जाए ताकि बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की जान बचाई जा सके। OCHA के अनुसार “अगर यह नाकाबंदी जारी रही, तो गाजा में पानी, दवा और जीवन की बुनियादी जरूरतों की पूर्ति असंभव हो जाएगी” गाजा इस समय इतिहास के सबसे बड़े मानवीय संकटों में से एक से जूझ रहा है। यदि तत्काल कदम नहीं उठाए गए, तो यह संकट और गहरा सकता है।
