गहलोत का हिंदुत्व: मंदिरों में कथा का आयोजन, भाजपा का निशाना

सरकार का दावा है कि इससे शांति और सद्भावना बढ़ेगी।​ हफ्ते भर तक चलने वाली यह कथा 1 मार्च यानी महाशिवरात्री के दिन से शुरू​​ ​की​ गयी​ है।

गहलोत का हिंदुत्व: मंदिरों में कथा का आयोजन, भाजपा का निशाना
राजस्थान में वर्ष​​ 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को टक्कर देने के लिए कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व का सहारा लेती नजर आ रही है। राजस्थान में कांग्रेस के नेतृत्व वाली अशोक गहलोत सरकार ​का हिंदुत्व में जागता दिखाई दे रहा है| इसी कड़ी में ​भागवत कथा का आयोजन किया​ जा रहा है| ​
कांग्रेस​ के उक्त कार्यक्रम को लेकर​ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मानना है कि ​वह अपनी नाकामियों से ध्यान हटाना चाहते हैं​,जबकि सरकार का दावा है कि इससे शांति और सद्भावना बढ़ेगी।हफ्ते भर तक चलने वाली यह कथा 1 मार्च यानी महाशिवरात्री के दिन से शुरू​ ​की​ गयी​ है।  विभाग के मंत्री खुद कलश यात्रा में शामिल होंगे।

मंत्री ने कहा, आने वाले दिनों में सुंदर कांड, राम कथा और धार्मिक कार्यक्रम देवस्थान स्थित बड़े-बड़े मंदिरों में होंगे।’ उन्होंने यह भी कहा कि शायद यह पहला मौका है जब इस तरह के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इधर विपक्ष के दावों को लेकर रावत ने कहा कि कांग्रेस सभी धर्मों का आदर करने में विश्वास करती है।

पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि कांग्रेस अपनी नाकामियों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। भाजपा विधायक ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन ​से​ बीजेपी लोगों को लुभाना चाहती है​,​ लेकिन इसमें वो कामयाब नहीं हो पाएंगे​| ​क्योंकि वो उनकी नाकाम नीतियों के बारे में जान गए हैं। नंदीशाला हो या कोई अन्य मुद्दा वो सिर्फ अल्पसंख्यकों को महत्व देते हैं।

भाजपा के प्रवक्ता राम लाल शर्मा ने कहा कि जो पार्टी भगवान राम और राम सेतु के अस्तित्व पर विश्वास नहीं कर रही थी​,​ लेकिन आज वो कथा आयोजित करवा रही है ताकि यह मैसेज दिया जा सके कि वो राम और धर्म पर विश्वास करती है।

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