नई दिल्ली। पीएम मोदी ने बुधवार को सबसे कम टीकाकरण वाले जिलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि टीकाकरण पर जोर देना होगा। इसके लिए धर्म गुरुओं की सहायता ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि अब हर घर दस्तक के साथ हर घर के दरवाजे पर दस्तक देनी होगी।
पीएम ने कहा कि सभी अधिकारियों से कहा कि उनकी कोशिश साल के अंत तक अपने टीकाकरण कवरेज का विस्तार करने और नए साल में नए आत्मविश्वास और आत्मविश्वास के साथ प्रवेश करने की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर कमियों को दूर करके टीकाकरण की संतृप्ति के लिए अब तक के अनुभव को ध्यान में रखते हुए सूक्ष्म रणनीति विकसित करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आपको अपने जिलों को राष्ट्रीय औसत के करीब ले जाने की पूरी कोशिश करनी होगी। आप स्थानीय धार्मिक नेताओं से अधिक मदद ले सकते हैं। हमेशा सभी धर्मों के नेताओं को टीकाकरण के महान समर्थक मिले हैं।
#WATCH | At review meet with districts where COVID vaccination could pick pace, PM says, "You've major challenge of 'rumour' & 'misconception among people'. A big solution is to make them aware. You can take help of local religious leaders, make their short videos & circulate it" pic.twitter.com/2U5BQHm9D4
— ANI (@ANI) November 3, 2021
पीएम मोदी ने आगे कहा, ”आपको यह याद रखना होगा कि जिन राज्यों ने वैक्सीन की 100% पहली खुराक देने का लक्ष्य हासिल कर लिया है, उन्हें भी कई क्षेत्रों में अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ा। भौगोलिक स्थिति, संसाधनों की चुनौतियां थीं लेकिन इन जिलों ने आगे बढ़ने के लिए उन चुनौतियों पर काबू पा लिया।” प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि ये 40 जिले झारखंड, मणिपुर, नगालैंड, अरूणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और मेघालय समेत अन्य राज्यों से हैं। बता दें कि पीएम मोदी आज ही जी20 और सीओपी26 बैठक से लौटे हैं। पीएम मोदी विदेश दौरे के बाद तुरंत ही यह समीक्षा बैठक की।