भारत सरकार ने भारत बायोटेक नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इसे कोविन ऐप से जोड़ा जाएगा। बताया जा रहा है कि इसका उपयोग विषम परिस्थितियों में किया जाएगा। यह नेजल वैक्सीन सबसे पहले निजी अस्पतालों में मिलेगी। इसे टीकाकरण कार्यक्रम से शुक्रवार जोड़ दिया गया है। बता दें कि यह वैक्सीन बूस्टर के रूप में लोगोंको दी जायेगी। यह वैक्सीन उन्हीं लोगों को दी जायेगी ,जिन्होंने पिछली दोनों कोरोना की डोज लिये हों।
इससे पहले भारत के औषधि महानियंत्रक डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की इंट्रा नेजल वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। यह वैक्सीन नाक के जरिये दी जायेगी। कोरोना की यह वैक्सीन बांह में नहीं लगाई जाएगी। यह वैक्सीन 18 साल से ऊपर के लोगों को दी जाएगी। नेजल वैक्सीन का चार हजार लोगों पर ट्रायल किया गया है। बताया जा रहा है कि ट्रायल के दौरान किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन की कीमत भी काफी किफायती है।
गौरतलब है कि नेजल वैक्सीन को केवल बूस्टर के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। यानी यह वैक्सीन उन लोगों को दी जायेगी जो पहले की दोनों डोज ले चुके हैं। कोविन ऐप के हवाले से कहा गया है कि अब तक भारत में कोरोना की दोनों डोज 95 फीसदी से ज्यादा लोगों दी जा चुकी है। लेकिन बूस्टर लगभग 22 करोड़ लोग लिए हैं।
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