सऊदी अरब सहित पूरे मध्य पूर्व एशिया में गर्मी की लहर फैल गई है। इस बीच, हज (मक्का, सऊदी अरब) भी गर्मी की लहर से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लू लगने से अब तक 550 हज यात्रियों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 323 श्रद्धालु मिस्र के नागरिक थे| सऊदी अरब के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इन श्रद्धालुओं की मौत लू लगने से हुई है, जबकि एक व्यक्ति की मौत भीड़ के कारण हुई है|
इस्लाम में हज यात्रा का बड़ा महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि हर मुसलमान को अपने जीवन में कम से कम एक बार हज करना चाहिए। इसलिए, दुनिया भर के लाखों मुसलमान हर दिन हज यात्रा के लिए मक्का जाते हैं। इस बीच सऊदी मौसम विभाग के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन का वहां के वातावरण पर गंभीर असर पड़ रहा है। साथ ही इसका असर हज यात्रा पर भी दिखना शुरू हो गया है| वहां का औसत तापमान 0.4 डिग्री बढ़ रहा है| सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, सोमवार को मक्का में ग्रैंड मस्जिद के आसपास 51.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
मक्का शहर में हज के लिए गए कम से कम 550 तीर्थयात्रियों की लू लगने से मौत हो गई है, जबकि 2,000 से अधिक तीर्थयात्रियों की हालत बिगड़ गई है और उनका इलाज नजदीकी अस्पतालों में किया जा रहा है। स्थानीय मीडिया ने कहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है| कतार में खड़े होकर सिर पर पानी डालते हज यात्रियों की तस्वीर सोमवार को देखने को मिली| वहां मौजूद स्वयंसेवक तीर्थयात्रियों को पानी, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम दे रहे थे ताकि तीर्थयात्रियों को गर्मी से परेशानी न हो|
हज प्रबंधन समिति ने श्रद्धालुओं को छाते का इस्तेमाल करने की हिदायत दी है| खूब पानी पीने और दोपहर में बाहर न निकलने की भी सलाह दी जाती है। तीर्थयात्रियों को शनिवार को माउंट अराफात में प्रार्थना और कई हज अनुष्ठानों के लिए दोपहर की धूप में इंतजार करना पड़ा। कई श्रद्धालु वहां घंटों खड़े रहे। इसकी वजह से कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी|
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