पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, और ‘रेड जोन’ के सभी प्रवेश और निकास मार्ग अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। पंजाब-खैबर पख्तूनख्वा (केपी) सीमा पर स्थित एक सुरक्षा जांच चौकी पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों की ओर से यह कदम उठाया गया है।
राजधानी के संवेदनशील क्षेत्र, जिसमें राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, नेशनल असेंबली, सीनेट, विदेश मंत्रालय, राजनयिक एन्क्लेव और सर्वोच्च न्यायालय सहित महत्वपूर्ण सरकारी इमारतें शामिल हैं, को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने इन इलाकों में आने-जाने के सभी मार्गों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है।
पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की सीमा पर लखानी चेक पोस्ट पर आतंकवादियों ने बड़े पैमाने पर हमला किया। पुलिस के अनुसार, 15 से 20 आतंकियों ने रॉकेट लॉन्चर और अन्य भारी हथियारों से सुबह-सुबह चौकी को निशाना बनाया। आतंकियों ने अलग-अलग दिशाओं से छोटे समूहों में हमला करने की कोशिश की, लेकिन थर्मल इमेजिंग कैमरों से उनकी गतिविधियों का तुरंत पता लगा लिया गया। सुरक्षा बलों ने मशीनगनों और मोर्टार से जवाबी कारवाई की, जिससे हमलावर भागने पर मजबूर हो गए।
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यह चौकी पहले भी आतंकियों के निशाने पर रही है, हाल ही में यहां दो हमले हो चुके हैं। पिछले साल भी इसे कब्जे में लेने की कई कोशिशें हुई थीं। पंजाब पुलिस महानिदेशक उस्मान अनवर ने बताया कि पुलिस ने अब तक सीमा पर 19 आतंकी हमलों को नाकाम किया है। उन्होंने कहा कि सतर्क सुरक्षाकर्मियों की तत्परता के कारण आतंकवादी अपने इरादों में सफल नहीं हो पाए। हमले के बाद पूरे इस्लामाबाद और आसपास के इलाकों में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है।