सद्भावना की मिसाल: मुस्लिम जोड़े ने मंदिर में किया निकाह,क्या है वजह?   

हिन्दू विश्व परिषद द्वारा संचालित ठाकुर सत्यनारायण मंदिर में हुए मुस्लिम समुदाय के निकाह की चर्चा हो रही है। मंदिर में शादी कराने का मकसद समाज में सौहार्द और एकता का संदेश देना है।

सद्भावना की मिसाल: मुस्लिम जोड़े ने मंदिर में किया निकाह,क्या है वजह?   

रविवार को हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर में एक मुस्लिम जोड़े ने हिन्दू मंदिर में निकाह किया। यह निकाह चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर जहां सोशल मीडिया से हर छोटे बड़े प्लेटफार्म हिन्दू मुस्लिम की  बहस छिड़ी रहती है। इस अनोखे निकाह की चर्चा हैं। वहीं इस दौरान आरएसएस और विहिप के नेता भी उपस्थित थे। यह निकाह मुस्लिम रीति रिवाज के सम्पन्न हुआ।

सौहार्द और एकता का संदेश: बताया जा रहा है कि हिन्दू विश्व परिषद द्वारा संचालित ठाकुर सत्यनारायण मंदिर में हुए मुस्लिम समुदाय के निकाह की चर्चा हो रही है। दोनों समुदाय इस निकाह के साक्षी बने। यह निकाह मंदिर परिसर में मौलवी और वकीलों की मौजूदगी में हुई। बताया जा रहा है कि मंदिर में शादी कराने का मकसद समाज में सौहार्द और एकता का संदेश देना है। बता दें ठाकुर सत्यनारायण मंदिर में आरएसएस और विहिप का जिला कार्यालय है।

सद्भाना की अनोखी मिसाल: इस दौरान मंदिर ट्रस्ट के महासचिव विनय शर्मा ने कहा कि विहिप और आरएसएस पर हमेशा मुस्लिम विरोधी का आरोप लगता रहा है। लेकिन दोनों संगठनों ने यहां मुस्लिम जोड़े का सद्भानापूर्ण निकाह पढ़वाया जो अपने आप में एक अनोखी मिसाल है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म हमेशा सभी को साथ लेकर चलने की प्रेरणा देता है। दुल्हन के पिता महेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि यह निकाह किसी भी प्रकार से किसी को गुमराह करने के लिए हुई बल्कि आपसी सद्भाव और मित्रता के संदेश को फैलाने के उद्देश्य से किया गया है।

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