पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह अब महाराष्ट्र में सक्रिय है। उसके गिरोह ने शनिवार को सत्तारूढ़ राष्ट्रवादी पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी। तब लॉरेंस बिश्नोई के गुंडा साम्राज्य की बात चल रही थी|दाऊद इब्राहिम की तरह लॉरेंस बिश्नोई ने देशभर में अपना नेटवर्क बनाया है|उनका साम्राज्य देश के 11 राज्यों और 6 देशों तक फैला हुआ है। उन्होंने भारत के हर राज्य की जिम्मेदारी साझा की है|
अनमोल बिश्नोई को महाराष्ट्र का प्रभार: गोल्डी बराड को कनाडा, पंजाब और दिल्ली का प्रभार है|रोहित गोदारा को राजस्थान, मध्य प्रदेश और अमेरिका की भी जिम्मेदारी दी गई है|वहीं, पुर्तगाल, दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल में गिरोह की कमान अनमोल बिश्नोई के पास है। काला जत्थेदी हरियाणा और उत्तराखंड में गैंग का नेतृत्व कर रहा है|पूरा गिरोह सीधे साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई को सपोर्ट करता है।
कहां से आए हथियार?: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सामने सवाल है कि उनके पास हथियार कहां से आए। बिश्नोई गिरोह मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र से हथियार लाते हैं। इसमें धार, सेंधवा, बड़वानी, रतलाम, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन के गांव शामिल हैं। इन्हें उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर और अलीगढ़ से भी हथियार मिलते हैं। गिरोह बिहार के मुंगेर और खगड़िया इलाके से हथियार मंगाता है| इसके अलावा पंजाब के सभी शहर पाकिस्तान की सीमा से लगे हुए हैं। इसके अलावा पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, कनाडा और नेपाल से भी हथियार आ रहे हैं|
बिश्नोई गैंग में हैं 700 से ज्यादा शूटर: बिश्नोई गैंग का संचालन सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ करता है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के मुताबिक, बिश्नोई गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं। इनमें से 300 पंजाब से हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग पंजाब तक ही सीमित नहीं है| इसका देश-विदेश में कई जगहों पर नेटवर्क है। गिरोह की भर्ती सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से की जाती है। एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई की तुलना दाऊद इब्राहिम से की है|एनआईए की चार्जशीट में कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई और उसका आतंकी सिंडिकेट दाऊद इब्राहिम के समान है। 1990 में दाऊद ने इस तरह का नेटवर्क खड़ा किया|
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