ईरानी सेना ने मंगलवार रात इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार कर दी| हमले में मुख्य रूप से सैन्य और सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया|हमले के बाद भारत में ईरान के राजदूत ईराज इलाही ने अपने एक खास चर्चा के दौरान दिए इंटरव्यू में कहा कि ये हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह और इस्माइल हनीमिया की मौत का बदला है|
ईरानी राजदूत ने कहा कि ईरान ने हमेशा अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्रमुखता से ऊपर रखा है|देश के हितों के खिलाफ उठने वाली आवाजों को रौंदने के लिए हमने ये कदम उठाया है|अगर इजरायल अब भी नहीं मानता है और ईरान के खिलाफ कुछ भी करता है, तो हम दोबारा उस पर हमला करेंगे|
ईरान के राजदूत ने कहा इजरायल ने मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है|उन्होंने इंटरनेशनल कानून भी तोड़े हैं| इजरायल की इन हरकतों की वजह से दूसरे देश उनके खिलाफ हैं और नाराज हैं|कई देश इजरायल की इन हरकतों के खिलाफ हैं| इजरायल को अपनी ये हरकतें बंद करनी होगी और ये अत्याचार जो वो कर रहा है उसे बंद करना होगा|
यही नहीं, ईरानी राजदूत ने बेंजामिन नेतन्याहू को इस सदी के हिटलर के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि यही बेगुनाहों को मारना बंद नहीं करेंगे तो ईरान फिर दोबारा से उस पर हमला करेगा|ईरानी राजदूत ने कहा कि हम जल्द ही ये समीक्षा करेंगे कि एक हमले के नतीजे क्या रहे|
वही दूसरी ओर इजरायल युद्ध पर भारत से उम्मीद के सवाल पर ईरानी राजदूत ने कहा कि भारत हमेशा से एक महत्वपूर्ण देश रहा है|भारत के इजरायल के साथ अच्छे संबंध हैं| पीएम मोदी ने कहा था कि ये युद्ध का समय नहीं है|अगर कोई देश दूसरे देश की संप्रभुता का उल्लंघन करता है तो वो कैसे चुप बैठ सकता है|भारत और अन्य देश जो इजरायल के साथ अच्छे संबंध रखते हैं| वो इजरायल को मना सकते हैं कि वो क्षेत्र में अत्याचार बंद करे|
इस युद्ध में अमेरिका की भूमिका पर ईरानी राजदूत ईराज इलाही ने कहा अमेरिका इजरायल को सहयोग कर रहा है, क्षेत्र में कई सारे विकास के चलते पहले भी अमेरिका ने अफगानिस्तान, ईरान, लीबिया में युद्ध किए हैं| उनका मकसद क्षेत्र में अस्थिरता फैलाना है|
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