नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल गुरुवार को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य राष्ट्रों के उच्च सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में शामिल हुए। सदस्य देशों के एनएसए की एससीओ बैठक के दौरान अजीत डोभाल ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर और जैश के खिलाफ एक्शन लेने की कार्य योजना बनाने पर जोर दिया। डोभाल ने कहा कि एससीओ को पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों पर एक्शन लेना ही होगा।
सूत्रों के हवाले से कहा कि बैठ/क के दौरान अजीत डोभाल ने शंघाई सहयोग संगठन के ढांचे के हिस्से के रूप में आतंकी संगठन लश्कर और जैश के खिलाफ कार्य योजना का प्रस्ताव रखा। अजीत डोभाल ने एससीओ और एफएटीएफ के बीच एक समझौता ज्ञापन सहित आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाने पर जोर दिया।
At SCO NSA’s meeting NSA Ajit Doval proposed action plan against LeT and JeM as part of SCO framework. Emphasised adoption of international standards to counter terror financing including an MOU between SCO and FATF: Sources pic.twitter.com/EPuMhEGuXF
— ANI (@ANI) June 24, 2021
सूत्रों ने बताया कि डोभाल ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों की कड़ी निंदा की। अजीत डोभाल ने कहा कि सीमा पार आतंकवादी हमलों समेत आतंकवाद के हमलों को अंजाम देने वाले अपराधियों को शीघ्रता से न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ लक्षित प्रतिबंधों के पूर्ण कार्यान्वयन की आवश्यकता है। एससीओ बैठक में डोभाल ने हथियारों की तस्करी और डार्क वेब, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और सोशल मीडिया के दुरुपयोग के लिए ड्रोन सहित आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीकों की निगरानी की आवश्यकता पर संदेश दिया।