‘भारत एक हिंदू राष्ट्र है, यह एक सांस्कृतिक अवधारणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने मंगलवार को यह स्थिति व्यक्त की कि इस अवधारणा पर संविधान पर मुहर लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है। राष्ट्र और राज्य दो अलग-अलग चीजें हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र एक सांस्कृतिक अवधारणा है और राज्य संविधान द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि हम 100 वर्षों से हिंदू राष्ट्र के संबंध में एक स्थिति प्रस्तुत कर रहे हैं। इसलिए यह एक संस्कृति है। राज्यों की अवधारणा संविधान द्वारा प्रस्तुत की गई है, और यह अधिकार से संबंधित है’।
एक स्वतंत्र हिंदू राष्ट्र : राष्ट्र एक सांस्कृतिक विचार है, भारत एक हिंदू राष्ट्र है। इसे एक स्वतंत्र हिंदू राष्ट्र के रूप में मान्यता देने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘संघ समलैंगिक विवाह पर केंद्र के रुख से सहमत है, विवाह केवल विषमलैंगिकों के बीच ही हो सकता है’।
वही आरएसएस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जिम्मेदारी से बोलने और वास्तविकता का सामना करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संघ को समाज की स्वीकार्यता पर विचार करना चाहिए|
राहुल अपने राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा : उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता अपने भाषणों में लगातार संघ पर निशाना साध रहे हैं| ऐसी संभावना है कि राहुल अपने राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए आलोचना कर रहे हैं। इस बात को लेकर संघ महासचिव ने कहा कि संघ राजनीतिक क्षेत्र में काम नहीं करता है। इसलिए उनका टीम के साथ कोई मुकाबला नहीं है।
उन्होंने सलाह दी कि एक राजनीतिक दल के नेता होने के नाते, उन्हें अधिक जिम्मेदारी से बोलने और वास्तविक स्थिति को देखने की जरूरत है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि भारत को जेल में रखने वालों को लोकतंत्र पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम बुद्धिजीवियों के बुलावे पर संघ के नेता उनसे मिल रहे हैं|
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